प्रयागराज. माफिया अतीक अहमद के बेटे और उमेश पाल हत्याकांड के आरोपी असद का शव यूपी के प्रयागराज पहुंच चुका है. थोड़ी देर में कसारी मसारी कब्रिस्तान में असद को दफनाया जाएगा. असद को यूपी एसटीएफ ने एनकाउंटर में मार गिराया है. झांसी में असद और अतीक का शूटर गुलाम बिना नंबर प्लेट वाली बाइक से भाग रहे थे. जब दोनों को रोकने की कोशिश की गई तो उन्होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी. इसके बाद पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की, जिसमें असद और गुलाम ढेर हो गए. जिसके बाद झांसी मेडिकल कॉलेज में असद और गुलाम को पोस्टमॉर्टम किया गया. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में एनकाउंटर को लेकर बड़े खुलासे हुए हैं.
झांसी मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉक्टर नरेंद्र सेंगर ने बताया कि असद और गुलाम को लेकर पुलिस की टीम आई थी. असद के शरीर में 2 गोलियां लगी थीं. वहीं, गुलाम को एक गोली लगी थी. मेडिकल कॉलेज लाए जाने से करीब डेढ़ से दो घंटे पहले असद और गुलाम की मौत हो चुकी थी.
माफिया अतीक अहमद का बेटा असद आज दफन हो जाएगा. प्रयागराज में उसे तो कब्र नसीब हो जाएगी, लेकिन अतीक को भी एहसास हो चला है कि उसकी ही वजह से असद इस अंजाम तक पहुंचा. दरअसल अतीक अपने गुनाहों तले ऐसा दबा है कि अपने बेटे को मिट्टी देने तक नहीं पहुंच सकता.
माफिया अतीक अहमद ने जांच एजेंसी को बताया है कि उसने उमेश पाल हत्याकांड की साजिश में शामिल लोगों के बीच कॉर्डिनेशन का काम शाइस्ता को सौंपा था. शाइस्ता को ही हथियार और पैसों से जुड़ी सारी जानकारियां दी गई थीं. अतीक ने पूछताछ में बताया कि उमेश पाल की हत्या के लिए डेढ़ करोड़ रुपये में 8 विदेशी रिवॉल्वर और इंग्लिश कारतूस खरीदे गए थे, ताकि उसके बचने की कोई गुंजाईश न रह जाए.