Farmers Protest : किसानों ने दी चेतावनी, क्या फिर से लौट रहे किसान आदोंलन की तरफ ? समय रहते नही रोका तो फिर से होगा तांडव
Farmers Protest किसान बिल के मुद्दे पर केंद्रीय सरकार को बैकफुट पर लाने वाला संयुक्त किसान मोर्चा एक बार फिर सक्रिय होता दिखाई दे रहा है । पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के बाद मोर्चा की पहली बैठक दिल्ली में बैठी । जिसमें आगे की रणनीति पर विचार हुआ । बहरहाल, मोर्चा की पहली बैठक में 21 मार्च को देशभर में रोष प्रदर्शन करने तथा 25 मार्च को चंडीगढ़ में ट्रैक्टर मार्च निकालने का निर्णय किया है । इसके साथ ही एमएसपी को लेकर मोर्चा के संगठनों ने 1 सप्ताह तक विरोध प्रदर्शन करने का भी ऐलान किया। यह विरोध प्रदर्शन 11 अप्रैल से 17 अप्रैल के बीच होगा।
संयुक्त किसान मोर्चा की कमेटी ने निर्धारित किया था!सभी किसान यूनियन के पदाधिकारी कार्यकर्ता अपनी अपनी तहसील व कलेक्टर पर जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा जाएगा!
तीन कृषि कानूनों के समर्थन में घनवट ने सुप्रीम कोर्ट को सौंपी रिपोर्ट सार्वजनिक कर साबित कर दिया कि वे केंद्र सरकार की ही कठपुतली थे। इसकी आड़ में इन बिलों को फिर से लाने की केंद्र की मंशा है तो देश में और बड़ा किसान आंदोलन खड़े होते देर नहीं लगेगी।@PMOindia @ANI @PTI @MHA
— Rakesh Tikait (@RakeshTikaitBKU) March 22, 2022
सरकार ने जो किसानों के साथ वादाखिलाफी की है इस बार उन्होंने दूसरी बार यह ज्ञापन राष्ट्रपति के नाम सौंपा है! गाजियाबाद के जिला कलेक्ट्रेट पर किसान ज्ञापन देने के लिए पहुंचे किसानों ने कहा सरकार एमएसपी पर कमेटी बनाने की मांग को लेकर कहा था! वह भी अभी तक पूरी नहीं की गई! कुछ राज्यों ने किसानों के खिलाफ मुकदमे भी वापस ले लिए हैं! लेकिन अभी तक उत्तर प्रदेश में मुकदमे वापस नहीं लिए गए हैं और साथ ही साथ किसानों की जो मांग थी वह भी पूरी नहीं की गई है जिसको लेकर हमने बहुत अधिक रोष है दूसरी बारी हम यह ज्ञापन दे रहे हैं लेकिन अभी तक इस पर कोई सुनवाई नहीं हुई है किसान एक बार फिर से आंदोलन करने के लिए तैयार हो जाएगा अगर जल्द एमएसपी कमेटी पर विचार नहीं किया जाएगा!
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रिर्पोट – शिवी अग्रवाल