नई दिल्ली: भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के प्रमुख बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ दिल्ली में जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे पहलवानों पर केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा है कि हम इस मामले में निष्पक्ष जांच चाहते हैं. हमने पहलवानों को 12 घंटे सुना और फिर कमेटी बनाई. कमेटी ने 14 मीटिंग की है. निगरानी समिति के सामने अपना पक्ष रखने के लिए सभी को मौका दिया गया.
वहीं बीजेपी सांसद बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ एफआईआर की मांग पर ठाकुर ने कहा कि एफआईआर तो किसी भी पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई जा सकती है. उन्होंने कहा कि समिति की जांच में जो सबसे बड़ी बात थी वो निष्पक्ष चुनाव थे. तब तक एक एडहॉक कमेटी का गठन किया जाना चाहिए और एक आंतरिक शिकायत समिति का गठन किया जाना चाहिए.
महिला पहलवानों के साथ यौन उत्पीड़न के आरोपों के बीच बृज भूषण का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वो कहते हैं कि मैं जिस दिन अपने जीवन की समीक्षा करूंगा उस दिन देखूंगा कि क्या खोया-क्या पाया. जिस दिन मैं महसूस करूंगा कि मेरे संघर्ष करने की क्षमता समाप्त हो गई है, मैं लाचार हूं और बेबस हूं. मैं ऐसी जिंदगी जीना पसंद नहीं करूंगा. मैं चाहूंगा कि ऐसे जीवन से पहले मौत आ जाए.
धरने पर बैठे पहलवान बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ कार्रवाई चाहते हैं. उनका कहना है कि इस बार जब तक कुछ पुख्ता नहीं होता है वो धरने से नहीं उठेंगे. इससे पहले 3 महीने पहले भी पहलवानों ने बीजेपी सांसद के खिलाफ प्रदर्शन किया था. ये मामला सुप्रीम कोर्ट भी पहुंच गया है. चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया डीवाई चंद्रचूड की बेंच कल यानी 28 अप्रैल को इस मामले की सुनवाई करेगी.
पहलवानों ने बृज भूषण के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की मांग की है. कोर्ट ने इसे लेकर दिल्ली पुलिस को भी नोटिस भेजा था. इस पर बुधवार यानी 26 अप्रैल को दिल्ली पुलिस ने कोर्ट में कहा कि एफआईआर दर्ज करने से पहले किसी प्रकार की प्रारंभिक जांच की जरूरत है. WFI चीफ पर 7 महिला पहलवानों ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं. इनमें एक नाबालिग पहलवान भी है.