देहरादून: उत्तराखंड में इस समय चारधाम यात्रा की शुरूआत हो चुकी है. मौसम विभाग (IMD) ने इसी बीच उत्तराखंड में पांच दिनों तक बर्फीले तूफान का अलर्ट जारी किया है. कहा गया है कि इससे चार धाम यात्रा से संबंधित चार जिलों में ज्यादा प्रभाव पड़ सकता है. खतरे की आशंका को देखते हुए मौसम विभाग ने चार धाम यात्रियों को जल्द से जल्द आसपास के सुरक्षित स्थान पर ठहर जाने की सलाह दी है.
मौसम विभाग के इस अलर्ट के बाद प्रशासन भी संभावित हालात को लेकर चौकन्ना हो गया है. प्रशासन की ओर से इन पांच दिनों के अंदर दूसरे राज्यों से आने वाले तमाम तीर्थ यात्रियों और पर्यटकों से हालात सामान्य होने तक यात्रा शुरू नहीं करने की सलाह दी गई है. प्रशासन की ओर से जारी दिशा निर्देश में पर्यटकों को कहा गया है कि वह मौसम का नियमित अपडेट लेते रहें और हालात ठीक होने पर ही उत्तराखंड आने की कोशिश करें.
बता दें कि इस समय बड़ी संख्या में तीर्थ यात्री और पर्यटक महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश, दिल्ली-एनसीआर और उत्तर प्रदेश आदि राज्यों से चारधाम यात्रा में शामिल हो रहे हैं. मौसम विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक गंगोत्री और यमुनोत्री की ऊंची चोटियों पर लगातार हिमपात हो रहा है. वहीं केदारनाथ और बदरीनाथ में बारिश हुई है. हालात को देखते हुए रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन ने यात्रा पर निकले सभी यात्रियों को पास के सुरक्षित स्थान पर ठहरने की अपील की है.
प्रशासन की ओर से जारी अलर्ट में बताया गया है कि केदारनाथ में कई दिनों से लगातार भारी बर्फबारी हो रही है. बदरीनाथ में बर्फ की चादर बिछ गई है. ऐसे हालात में यात्रा जारी रखना खतरनाक हो सकता है. उधर, चार धाम इलाके में लगातार बारिश और बर्फबारी की वजह से पूरे उत्तराखंड के तापमान में काफी गिरावट हुई है. वहीं उत्तराखंड से लगते उत्तर प्रदेश के बहुत बड़े हिस्से के अलावा दिल्ली एनसीआर के तापमान पर भी असर पड़ा है.
जानकारी के मुताबिक चारधाम यात्रा शुरू होने के साथ ही बीते मंगलवार को मौसम विभाग ने बर्फबारी और हिमस्खलन का अलर्ट दिया था. यहां तक कि गोमुख ट्रैक पर एक हफ्ते के लिए पर्यटकों को आने पर रोक लगा दी गई. लेकिन मौसम विभाग के नए अलर्ट के बाद उत्तराखंड सरकार भी अलर्ट मोड पर आ गई है. इसलिए राज्य सरकार की ओर से उत्तरकाशी जिले में किसी भी तरह की ट्रैकिंग पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई है.