नई दिल्ली : भारतीय मूल के एप्पल कर्मचारी धीरेंद्र प्रसाद को अमेरिका (America) में तीन साल कैद की सजा सुनाई गई है। उसे कंपनी से 1.7 (लगभग 138 करोड़ रुपये) करोड़ डॉलर की चोरी करने के आरोप में लगभग 1.9 (लगभग 138 करोड़ रुपये) करोड़ डॉलर का भुगतान करने के लिए कहा गया है।
अमेरिकी अटॉर्नी के कार्यालय की ओर से जारी एक प्रेस बयान के अनुसार प्रसाद ने एपल पे का इस्तेमाल उन चीजों के लिए किया जो कंपनी को कभी नहीं मिलीं। प्रसाद ने 2008 से 2018 तक एपल की विश्वव्यापी सेवा आपूर्ति शृंखला में एक खरीदार के रूप में काम किया था। उन पर मार्च 2022 में गड़बड़ी के आरोप लगे थे और पिछले साल नवंबर में एपल को धोखा देने और संबंधित अपराधों की साजिश रचने का दोषी ठहराया गया था।
अध्ययन के अनुसार प्रसाद ने रिश्वत लेने, पार्ट्स चुराने, चालान बनाने और फर्म्स को उन चीजों के लिए बिल देने की बात स्वीकार की, जो कभी डिलीवर नहीं किए गए। उन्होंने दो विक्रेता कंपनियों के मालिकों के साथ इन अपराधों में मिलीभगत करने और चकमा देने पर भी सहमति व्यक्त की। अमेरिकी न्याय विभाग के अनुसार, प्रसाद ने एपल में अपने पद का फायदा उठाया और अपने आपराधिक कृत्यों को छिपाने के लिए कंपनी की धोखाधड़ी का पता लगाने की प्रक्रियाओं से जुड़ी अंदरूनी जानकारी का इस्तेमाल किया।