लुधियाना (Ludhiana)। लुधियाना (Ludhiana) के ग्यासपुरा में जहरीली गैस(poisonous gas) से 11 लोगों की मौत (11 people died due) मामले में तथ्यों को खोजने सोमवार को नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) की टीम (National Green Tribunal (NGT) team) आ रही है। बताया जा रहा है कि सोमवार को एनजीटी की आठ सदस्यीय कमेटी (eight member committee) लुधियाना पहुंचेगी और घटनास्थल का दौरा कर जांच करेगी। जांच टीम गैस कांड में जान गंवाने वाले लोगों के परिवार और आसपास के लोगों से बातचीत कर हादसे की जानकारी हासिल करेगी।
मीडिया रिपोर्ट्स के आधार पर एनजीटी ने मामले का संज्ञान लिया था। वहीं पीड़ित परिवारों को 20-20 लाख रुपये मुआवजा देने का भी निर्देश दिया था। फिलहाल टीम बारीकी से जांच करेगी। उल्लेखनीय है कि गैस लीक प्रकरण की पहले ही जिला प्रशासन मजिस्ट्रेट से जांच कर रहा है। इसके अलावा पुलिस की एसआईटी जांच कर रही है।
तीसरी जांच पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम कर रही है। करीब एक सप्ताह से अधिक का समय बीत चुका है लेकिन रिपोर्ट नहीं आई है। इस वजह से विभागों की किरकिरी हो रही है। मोहल्ले के लोग आरोप लगा रहे हैं कि अक्सर इंडस्ट्री के लोग नगर निगम के सीवेरज में फैक्टरी का केमिकलयुक्त पानी डालते हैं।
हादसे वाले दिन भी सीवरेज में केमिकल डाला गया और हादसा हो गया। 11 लोगों की जान चली गई। घटना के बाद हादसे के दो 200 मीटर में फैक्टरी का केमिकल युक्त गंदा पानी डालने की बात विभागों ने कही लेकिन केमिकल युक्त पानी किसने और कहां से डाला, कौन सा केमिकल था… इसका पता नहीं चल सका है। स्थानीय लोगों और पीड़ित परिवारों का आरोप कि विभाग किसी को बचा रहे हैं। इसी वजह से रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं कर रहे हैं लेकिन एनजीटी के आने के बाद लोगों को उम्मीदें बढ़ी हैं।