धूल की चादर से ढकी दिल्ली, सांस लेने में हो रही दिक्कत तो बरतें ये सावधानियां

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नई दिल्ली: दिल्ली में प्रदूषक पीएम10 मंगलवार को खतरनाक स्तर तक पहुंच गया। धूलभरी हवा चलने से वायु गुणवत्ता प्रभावित हुई है, जिससे विजिबिलिटी भी घटी है। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) का कहना है कि राजधानी में तड़के तीन से छह बजे तक 50 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से धूलभरी हवाएं चलीं। आईजीआई एयरपोर्ट वाले इलाके में सुबह दस बजे विजिबिलिटी 700 मीटर तक रही। जबकि सोमवार को सुबह नौ बजे तक विजिबिलिटी 4000 मीटर तक थी।

बता दें कि मंगलवार को शाम तीन बजे तक वायु गुणवत्ता सूचकांक 260 रहा जबकि सोमवार को शाम चार बजे तक यह 162 था। दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति के आंकड़ों से पता चलता है कि जहांगीरपुरी में पीएम10 का स्तर 3826 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर रहा जबकि श्री अरबिंदो मार्ग पर यह 2565 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर रहा। मौसम विभाग का कहना है कि अगले एक से दो दिनों में स्थिति में सुधार हो सकता है। इसके साथ ही 18 मई को बारिश होने की भी उम्मीद है।

आईएमडी की ओर से जारी की गई सैटेलाइट तस्वीरों से पता चलता है कि पश्चिमोत्तर भारत के एक बड़े हिस्से पर धूल की एक मोटी परत चढ़ी हुई है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि धूलभरी हवा चलने की वजह से बीते पांच दिनों में पश्चिमोत्तर भारत में उमस भी बढ़ी। खराब वायु गुणवत्ता को देखते हुए एक्सपर्ट्स ने कई तरह की सावधानियां बरतने की सलाह दी है। उनका कहना है कि धूल के छोटे-छोटे कण विशेष रूप से पीम2.5 प्रदूषक सांस के साथ हमारे शरीर में चले जाते हैं। इससे फेफड़ों में समस्या होने लगती है। सांस संबंधी दिक्कतों से दो चार होना पड़ता है, जो आगे चलकर अस्थमा, ब्रोंकाइटिस और एलर्जी का रूप ले लेते हैं।

सफदरजंग हॉस्पिटल के मेडिसिन विभाग के प्रमुख डॉ जुगल किशोर ने कहा कि धूल की वजह से लोगों को ब्रोंकाइटिस, अस्थमा जैसी बीमारियों का जोखिम बना हुआ है। इससे आंखों में जलन और एलर्जी की भी शिकायतें मिलती हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को वायु गुणवत्ता में सुधार होने तक घर के भीतर ही रहना चाहिए और अपने नाक और मुंह को गीले कपड़े से ढककर रखना चाहिए। सरकार को स्थिति सामान्य होने तक कंस्ट्रक्शन और डेमोलिशन गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाना चाहिए।

मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो दिल्ली-एनसीआर में धूल भरी आंधी के पीछे पाकिस्तान से आने वाली हवाएं हैं। पाकिस्तान से चली हवाओं ने राजस्थान में धूल उठाई है। इस धूल का असर दिल्ली-एनसीआर में भी दिखाई दे रहा है। बता दें, अगले तीन दिनों तक उत्तर पश्चिम भारत के इलाकों में शाम और रात के वक्त धूल भरी आंधी के साथ-साथ बारिश की गतिविधियां भी देखने को मिल सकती हैं।

बता दें, पश्चिमी विक्षोभ की शुरुआत मेडिटेरेनियन में होती है। फिर वह मिडल ईस्ट से होते हुए अफगानिस्तान, पाकिस्तान और उसके बाद भारत में आता है। इसी वजह से पाकिस्तान में चलने वाली हवाओं का असर राजस्थान के इलाकों में दिखाई दे रहा है। इस कारण से ही दिल्ली-एनसीआर में धूल भरी आंधी देखने को मिल रही है।

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