घने जंगल में मिले 3000 साल पुराने 417 रहस्‍यमय शहर, 177 किमी लंबा हाइवे, बदलेगा दुनिया का इतिहास

0 142

ग्‍वाटेमाला: दक्षिण अमेरिका में शोध कर रहे वैज्ञानिकों ने ऐसी खोज की है जिसे असंभव माना जा रहा था। वैज्ञानिकों ने 417 प्राचीन माया शहरों की खोज की है। ये सभी शहर ग्‍वाटेमाला के घने जंगल में पाए गए हैं। बताया जा रहा है कि ये शहर 3 हजार साल पुराने हैं। अमेरिका और ग्‍वाटेमाला के पुरातत्‍वविदों के दल ने इन शहरों की खोज की है। वैज्ञानिकों ने खुलासा किया है कि ये सभी शहर आपस में 177 किमी लंबे ‘हाइवे’ से आपस में जुड़े हुए थे। इस ताजा खोज ने अब इतिहासकारों को माया सभ्‍यता के बारे में दोबारा सोचने के लिए मजबूर कर दिया है।

वैज्ञानिकों ने कहा कि ये शहर 1000 ईसापूर्व के आसपास बसे हुए थे। वॉशिंगटन पोस्‍ट की रिपोर्ट के मुताबिक एक सड़क, शहरों के नेटवर्क, हाइड्रोलिक सिस्‍टम और खेती के लिए जरूरी आधारभूत ढांचा यह दर्शाता है कि मध्‍य अमेरिका में 3 हजार साल पहले माया सभ्‍यता का जो समुदाय रहता था, वह हमारी सोच से ज्‍यादा एडवांस था। यह खोज रेडॉर तकनीक की मदद से की गई है जिसका इस्‍तेमाल घने जंगल के अंदर हजारों साल से छिपे ढांचों का नक्‍शा बनाने के लिए किया जाता है।

इस खोज के बाद अमेरिका महाद्वीप के इतिहास में व्‍यापक बदलाव आ सकता है। दस्‍तावेजों के मुताबिक इन खोजों से माया सभ्‍यता के सामाजिक आर्थिक संगठन और राजनीतिक ताकत की झलक मिलती है। साल 2015 से अमेरिका और ग्‍वाटेमाला के वैज्ञानिकों का यह दल मध्‍य अमेरिका में माया सभ्‍यता के नक्‍शे तैयार कर रहा है। ये वैज्ञानिक लाइडर तकनीक का इस्‍तेमाल कर रहे हैं। लाइडर तकनीक लेजर की मदद से छोटी सी छोटी जानकारी मुहैया करा रही है।

इस तकनीक की मदद से वैज्ञानिक प्राचीन बांध, जलाशय, पिरामिड, प्‍लेटफार्म, रोड नेटवर्क और बॉल कोर्ट आदि देख सके। इस खोज से जुड़े वैज्ञानिकों का कहना है कि यह मिस्र के पिरामिड की तरह से ही एक महत्‍वपूर्ण ऐतिहासिक खोज हो सकती है। इससे वैज्ञानिकों को दुनिया की महान सभ्‍यता माया के अंत के बारे में अनमोल जानकारी मिल सकती है। वैज्ञानिकों ने कहा क‍ि यह सभ्‍यता 850 से 1000 ईसापूर्व के बीच पतन की राह पर पहुंची और फिर उसका पतन हो गया। इसे दुनिया के सबसे बड़े रहस्‍यों में शामिल किया जाता है।

नोट: अगर आपको यह खबर पसंद आई तो इसे शेयर करना न भूलें, देश-विदेश से जुड़ी ताजा अपडेट पाने के लिए कृपया Vnation के Facebook पेज को LikeTwitter पर Follow करना न भूलें...
Leave A Reply

Your email address will not be published.