मौसम और पिच ने नहीं दिया रोहित का साथ, दूसरे दिन टीम इंडिया को जोरदार वापसी की उम्मीद

0 103

नई दिल्ली (New Delhi) । भारत और ऑस्ट्रेलिया (India and Australia) के बीच वर्ल्ड टेस्ट चैंपियानशिप यानी डब्ल्यूटीसी का फाइनल मुकाबला लंदन (London) के केनिंगटन ओवल में खेला जा रहा है। खिताबी मुकाबले (title match) के पहले दिन टॉस हारने के बावजूद कंगारुओं ने भारत पर शिकंजा कस लिया है। पहले दिन का खेल खत्म होने तक ऑस्ट्रेलिया ने 3 विकेट के नुकसान पर बोर्ड पर 327 रनों का विशाल स्कोर लगाया। ट्रेविस हेड (146) और स्टीव स्मिध (95) नाबाद पवेलियन लौटे। दोनों बल्लेबाजों के बीच चौथे विकेट के लिए 251 रनों की साझेदारी हो गई है और दोनों पिच पर खूंटा गाड़े खड़े हैं।

डब्ल्यूटीसी फाइनल मुकाबले की शुरुआत तो भारतीय टीम (Indian team) और उनके फैंस के लिए लाजवाब रही थी, मगर जैसे-जैसे दिन का खेल आगे बढ़ा वैसे-वैसे उनके चहरों से खुशी का रंग उड़ने लगा। जब पिच की पहली झलक सामने आई और टॉस के दौरान हर किसी की नजर मौसम पर पड़ी तो दुआएं होने लगी कि रोहित शर्मा टॉस ना हारें। यह दुआ कबूल हुई और रोहित ने पिच और मौसम का हाल देखते हुए टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला लिया।

मैच के पहले दिन के कुछ घंटे भारतीय गेंदबाजों के नाम रहे। मोहम्मद सिराज (Mohammed Siraj) ने ऑस्ट्रेलियाई सलामी बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा, जिन्होंने डब्ल्यूटीसी के इस संस्करण में ऑस्ट्रेलिया के लिए सबसे ज्यादा रन बटोरे थे उन्हें बिना खाता खोले पवेलियन का रास्ता दिखाया। इसके बाद लंच से ठीक पहले शार्दुल ठाकुर (Shardul Thakur) ने डेविड वॉर्नर (43) को बाउंसर के जाल में फंसाकर ऑस्ट्रेलिया को दूसरा झटका दिया।

लंच तक इस नंबर-2 टेस्ट टीम ने 2 विकेट के नुकसान पर बोर्ड पर 73 रन लगाए। रन थोड़े ज्यादा थे, मगर 2 बड़े विकेट मिलने से भारत को इसका मलाल नहीं था। दूसरे सेशन की शुरुआत में जब मोहम्मद शमी ने मार्नस लाबुशेन (26) को क्लीन बोल्ड कर ऑस्ट्रेलिया को तीसरा झटका दिया तो हर कोई खुशी से झूम उठा। भारत यहां से कंगारुओं पर शिकंजा कसने की तैयारी में था, मगर मौसम और तकदीर को शायद कुछ और ही मंजूर था।

76 रन पर तीसरा विकेट गिरने के बाद ऑस्ट्रेलिया जरूर दबाव में था, मगर मैदान पर कड़कती धूप खिल चुकी थी। इंग्लैंड के सर्द मौसम में यह धूब बल्लेबाजों के लिए सुनहरा अवसर बनकर आई। पिच अचानक बल्लेबाजों की मददगार बन गई और गेंद ने तो मानों हिलना ही बंद कर दिया हो।

इस मौके का फायदा ट्रेविस हेड ने जमकर उठाया। हेड ने शुरुआत से ही तेज तर्रार शॉट लगाते हुए पहले भारतीय गेंदबाजों को बैकफुट पर धकेला। इसके बाद दूसरे छोर पर खुंटा गाड़े खड़े स्टीव स्मिथ ने भी अपने हाथ खोलने शुरु किए। देखते ही देखते एक तरफ इन दोनों बल्लेबाजों की साझेदारी 250 के पार पहुंच गई, वहीं दूसरी तरफ भारतीय गेंदबाज एकदम निराश नजर आए।

मौसम और पिच की इस करवट से भारत के 10 साल बाद आईसीसी ट्रॉफी जीतने के सपने को थोड़ा बहुत तो सेंध लगा दिया है। दरअसल, पिच और मौसम को देखते हुए ही रोहित ने चार तेज गेंदबाजों के साथ जाने का फैसला किया था। मगर अब ऐसा लग रहा है कि कप्तान ने नंबर-1 टेस्ट स्पिनर आर अश्विन को बाहर बैठाकर गलती कर दी है। खैर, यह 5 दिन का मैच है और यह फॉर्मेट कप्तान और टीम के पेशेंस का खूब टेस्ट लेता है। मैच के दूसरे दिन टीम इंडिया को जोरदार वापसी की उम्मीद होगी। रोहित की प्लानिंग दिन की शुरुआत में ही इन दोनों ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को सेट होने से पहले पवेलियन की राह दिखाने पर होगी।

रोहित शर्मा आज मोहम्मद शमी और मोहम्मद सिराज पर ज्यादा दबाव नहीं डालना चाहेंगे। पहले ही दिन इन दोनों ने सबसे अधिक क्रमश: 20 और 19 ओवर गेंदबाजी की है। रोहित की नजरें अब शमी और सिराज को रोटेशन में इस्तेमाल करने पर होगी। एक छोर से यह दोनों गेंदबाज अपनी तीखी लाइन और लेंथ से बल्लेबाज पर प्रेशर बनाने की कोशिश करेंगे, वहीं दूसरे छोर से गेंदबाजी का जिम्मा शार्दुल ठाकुर और उमेश यादव को संभालना होगा। रविंद्र जडेजा एक्शन में दूसरे सेशन से ही दिखाई देंगे क्योंकि गेंद अभी नया है और इंग्लैंड में पहला सेशन तेज गेंदबाजों के नाम रहने की पूरी संभावनाएं होती है।

नोट: अगर आपको यह खबर पसंद आई तो इसे शेयर करना न भूलें, देश-विदेश से जुड़ी ताजा अपडेट पाने के लिए कृपया Vnation के Facebook पेज को LikeTwitter पर Follow करना न भूलें...
Leave A Reply

Your email address will not be published.