लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के लोकभवन में राज्य के सीएम योगी आदित्यनाथ ने बुधवार (14 जून) को 1745 मेधावी छात्रों को टैबलेट वितरित किए। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी ने 18 राजकीय माध्यमिक स्कूल के भवन और 125 साइन्स लैब का लोकार्पण भी किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि, ‘पहले यूपी के स्कूलों में पढ़ाई कम होती थी। 3-3 माह तक परीक्षाएं होती रहती थीं। फिर परीक्षा परिणाम भी देरी से आता था। ये छात्रों के साथ खिलवाड़ है। मगर अब ऐसा नहीं होता।’ इस अवसर पर सीएम योगी ने मेधावियों को एक लाख रुपये का पुरस्कार भी दिया।
सीएम योगी ने आगे कहा कि, पहले परीक्षाएं होती थीं, तो नकल की तस्वीरें सामने आती थीं। मगर, अब नकल विहिन परीक्षाएं हो रही हैं। नकल विहीन परीक्षा के लिए हमने सख्त नियम बनाए। नकल माफिया समाज के साथ देश के भी शत्रु हैं। उन्होंने कहा कि, ‘पहले कोई छात्र गलती करता हुआ पकड़ा जाए, तो उसके खिलाफ ही एक्शन लिया जाता था। हमने ये भी बदला। अब छात्र के खिलाफ कार्रवाई नहीं करते हैं। स्कूल प्रबंधन से लेकर अफसरों की जिम्मेदारी तय करते हैं। छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। गत वर्ष ही हमने एक BSA को जेल भी भेजा।’
सीएम योगी ने कहा कि, ‘आप देखिए, यूपी बोर्ड परीक्षा में 15 दिन के अंदर परीक्षा हुई। 14 दिन के अंदर नतीजे भी आ गए। 56 लाख छात्र, जिसमें भागीदार बने हो। उस आयोजन को बोर्ड सफलता पूर्वक करवा रहा है। शेष राज्यों के रिजल्ट म बाद में आए। मैं यूपी बोर्ड के अधिकारियों को बधाई देता हूं। हमने वक़्त पर परिणाम दिया है। अब शैक्षणिक सत्र भी समय पर होगा।’