नई दिल्ली : फ्रांसीसी राजदूत ने पुष्टि की कि हमने सभी ३६ राफेल भारत पहुंचा दिए हैं। कोविड (Covid) के बावजूद समय पर फ्रांस (France) ने राफेल की डिलीवरी की। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों ने इसके लिए अधिक काम भी किया।
भारत में फ्रांस के राजदूत इमैनुएल लैनिन ने मंगलवार को एक इंटरव्यू में राफेल की डिलीवरी के सवाल पर कहा कि वायुसेना के लिए 36 राफेल हैं, जो समय पर सौंप दिए गए हैं। राफेल के लिए कर्मचारियों ने रात-दिन में अतिरिक्त शिफ्ट में काम किया। राजदूत ने कहा कि भारत और फ्रांस की साझेदारी का मूल विश्वास है। एक दूसरे के विकास के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। रक्षा क्षेत्र में एक साथ काम करने का हमने फैसला किया है।
भारतीय अर्थव्यवस्था पर उन्होंने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था विकसित हो रही है। हमें लगता है कि अंतरराष्ट्रीय प्रशासन में भारत को और अधिक देखने की आवश्यकता है। भारत और फ्रांस समान मूल्यों को साझा करते हैं। भारत-फ्रांस बड़े लोकतांत्रिक देश हैं। सैन्य दल के हिस्से के रूप में भारतीय वायुसेना के तीन राफेल जेट, पेरिस के चैंप्स एलिसीज बैस्टिल-डे फ्लाईपास्ट में भाग लेंगे। बैस्टिल-डे पर भारतीय सैन्य दस्ता मार्चिंग दल का हिस्सा होगा। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के निमंत्रण पर पीएम मोदी 14 जुलाई को सम्मानित अतिथि के रूप में कार्यक्रम में शिरकत करेंगे।
भारतीय वायुसेना के पास में वर्तमान में 36 राफेल विमान हैं। फ्रांस से खरीदा गया 4.5 जेनरेशन का यह विमान दुनिया के सबसे उन्नत तकनीक में एक में शामिल है और युद्ध के किसी भी मोर्चे पर दुश्मन को धूल चटाने की ताकत रखता है। राफेल को मल्टी रोल लड़ाकू विमान भी कहा जाता है। यानी कि यह हवा से हवा और हवा से जमीन पर भी हमला कर सकता है।