शरद पवार ने छगन भुजबल के निर्वाचन क्षेत्र के लोगों से मांगी माफी, बोले- मैंने कुछ लोगों पर विश्वास करके गलती की, इसे दोहराऊंगा नहीं

0 98

नासिक. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार ने शनिवार को नासिक जिले के येवला में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा मतदातों से माफी मांगी। उन्होंने छगन भुजबल का नाम लिए बिना कहा कि मैंने कुछ लोगों पर विश्वास करके गलती की, लेकिन मैं इसे दोहराउंगा नहीं। मैं उस गलती की माफी मांगने यहां आया हूं।

शरद पवार ने कहा, “यह रैली किसी पर कोई आरोप लगाने के लिए नहीं है। मैं यहां आप सभी (येओला के लोगों) से माफी मांगने आया हूं। मेरा निर्णय गलत था, आपने मुझ पर भरोसा किया और मेरी पार्टी को वोट दिया लेकिन मेरा निर्णय (येवला से छगन भुजबल को विधायक बनाने का) विफल रहा। अत: आपसे क्षमा मांगना मेरा कर्तव्य है। अगली बार जब मैं दोबारा यहां आऊंगा तो वादा करता हूं कि गलती नहीं दोहराऊंगा।”

एनसीपी प्रमुख ने कहा, “प्रधानमंत्री ने एनसीपी नेताओं के भ्रष्टाचार पर बात की थी, लिहाजा अब उन्हें दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करके उन्हें दंडित करना चाहिए। पवार ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी के पास सारी सरकारी मशीनरी है। उन्हें इन नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करके उन्हें दंडित करना चाहिए।” शरद पवार ने अपने भतीजे अजित पवार और राकांपा के आठ विधायकों के महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार में शामिल होने के एक सप्ताह बाद येवला में रैली करके अपनी राज्यव्यापी यात्रा शुरू की। येवला पार्टी के बागी नेता तथा मंत्री छगन भुजबल का निर्वाचन क्षेत्र है।

पवार की यात्रा के लिए उत्तर मुंबई से 250 किलोमीटर दूर एक छोटे से कस्बे येवला को चुना जाना पार्टी को फिर से खड़ा करने की उनकी कोशिशों को दर्शाता है। मोदी ने भोपाल में बूथ कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए राकांपा के नेताओं पर 70 हजार करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार में लिप्त होने का आरोप लगाया था। शरद पवार ने येवला रैली में राकांपा के बागी नेताओं से उनकी उम्र को मुद्दा नहीं बनाने को कहा। पवार ने कहा कि वह पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए काम करते रहेंगे।

रैली से पहले शरद पवार की बेटी और सांसद सुप्रिया सुले ने बारिश में भीगते हुए एक वाहन में बैठे अपने पिता की तस्वीर साझा की। साल 2019 के विधानसभा चुनाव के दौरान पश्चिमी महाराष्ट्र के सतारा जिले में बारिश में भीगते हुए एक रैली को संबोधित करने की शरद पवार की तस्वीर वायरल हो गई थी, जिसकी सोशल मीडिया पर खूब चर्चा हुई थी।

गौरतलब है कि 2 जुलाई को एनसीपी के वरिष्ठ नेता अजित पवार ने पार्टी में विभाजन का नेतृत्व करते हुए सत्तारूढ़ सरकार में उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली। अजित पवार के अलावा छगन भुजबल और हसन मुशरिफ समेत राकांपा के आठ अन्य विधायकों ने भी शिंदे सरकार में मंत्री पद की शपथ ली। अजित पवार गुट ने दावा किया है कि पार्टी के कुल 53 विधायकों में से 40 विधायकों का उन्हें समर्थन प्राप्त है। इसके बाद अजित पवार ने 5 जुलाई को शक्ति प्रदर्शन किया था। इस दौरान उन्हें मात्र 31 विधायकों का ही समर्थन मिला था।

नोट: अगर आपको यह खबर पसंद आई तो इसे शेयर करना न भूलें, देश-विदेश से जुड़ी ताजा अपडेट पाने के लिए कृपया Vnation के Facebook पेज को LikeTwitter पर Follow करना न भूलें...
Leave A Reply

Your email address will not be published.