कीव: यूक्रेनी विदेश मंत्री दिमित्री कुलेबा पाकिस्तान की यात्रा करने वाले हैं। इस दौरान यूक्रेन और पाकिस्तान के बीच हथियारों की खरीद को लेकर समझौता हो सकता है। रूस से युद्ध लड़ रही यूक्रेनी सेना इन दिनों हथियारों की भारी कमी से जूझ रही है। पाकिस्तान ने पहले भी दूसरे देशों के रास्ते यूक्रेन को हथियार बेचे हैं। ऐसे यूक्रेन को उम्मीद है कि पाकिस्तान अब सीधे हथियार देकर उनकी बड़ी मदद कर सकता है। पाकिस्तान और यूक्रेन में पहले से ही मजबूत रक्षा संबंध हैं। पाकिस्तान ने यूक्रेन से टैंक समेत कई दूसरे हथियारों की खरीद की है। पाकिस्तानी मीडिया ने बताया है कि दिमित्री कुलेबा आपातकालीन यात्रा पर पाकिस्तान आ रहे हैं।
हमारे सहयोगी प्रकाशन इकनॉमिक टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि युद्ध के बीच कुलेबा की यात्रा यूक्रेन से पाकिस्तान की पहली बड़ी यात्रा होगी। इस दौरान रक्षा खरीद का मुद्दा एजेंडे में प्रमुख रूप से शामिल होने की उम्मीद है। यह यात्रा इस सप्ताह या अगले सप्ताह हो सकती है। कुलेबा की पाकिस्तान यात्रा पर भारत और रूस दोनों की नजरें बनी हुई हैं। रिपोर्ट के अनुसार, यूक्रेनी विदेश मंत्री दिमित्री कुलेबा अपनी यात्रा के दौरान अपने पाकिस्तानी समकक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी से मुलाकात करेंगे। उनके प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और सैन्य अधिकारियों से भी मुलाकात करने की संभावना है।
नाटो समेत कई पश्चिमी देशों से आपूर्ति के बावजूद यूक्रेन के यूक्रेन के हथियार और गोला-बारूद का भंडार तेजी से कम हो रहा है। इससे उनका काउंटर अटैक तेजी से धीमा हो रहा है। पाकिस्तान पिछले अगस्त से पश्चिमी देशों के आदेश पर यूक्रेन को हथियार, गोला-बारूद और तोपखाने की आपूर्ति में सबसे आगे रहा है। ये सभी आपूर्तियां पोलैंड और जर्मनी सहित कई अलग-अलग यूरोपीय देशों के माध्यम से की गई हैं। ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने यूक्रेन को हथियारों की आपूर्ति के लिए पाकिस्तान आयुध बोर्ड के साथ एक समझौता भी किया था।
यूक्रेन और पाकिस्तान की रक्षा साझेदारी पिछले तीन दशकों से जारी है। तब से पाकिस्तान ने यूक्रेन से कई प्रमुख रक्षा उपकरणों की खरीद की है। पिछले महीने ही इकनॉमिक टाइम्स ने एक रिपोर्ट में बताया था कि अमेरिकी ध्वज वाले एक जहाज के माध्यम से पाकिस्तान की आर्डिनेंस फैक्ट्री में बने हथियारों की खेप जॉर्डन और पोलैंड के माध्यम से यूक्रेन भेजी जा रही थी। इन हथियारों को जॉर्डन में अकाबा नौसेना बेस से पोलैंड के बंदरगाह ग्दान्स्क भेजा गया, जहां से उन्हें यूक्रेनी सशस्त्र बलों को सौंप दिया गया। जॉर्डन और पोलैंड के माध्यम से भेजी गई वस्तुओं में वायु रक्षा वाहन, मल्टीपल बैरल रॉकेट लॉन्चर, रिकवरी वाहन, कारतूस और स्पेयर पार्ट्स शामिल हैं।
ईटी ने मई में रिपोर्ट दी थी कि पाकिस्तान ने यूक्रेन को हथियारों की आपूर्ति की प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए वारसॉ में एक डिफेंस ट्रेडिंग फर्म स्थापित की है। इस पाकिस्तानी रक्षा कंपनी ने कथित तौर पर यूक्रेन को रक्षा आपूर्ति के लिए चीन के साथ साझेदारी की है। उस रिपोर्ट में बताया गया था कि पाकिस्तान की डिफेंस ट्रेडिंग फर्म केस्ट्रल ट्रेडिंग ने यूक्रेन को आपूर्ति सुचारू करने के लिए कथित तौर पर वारसॉ में ‘बालफेरटेन इन्वेस्टमेंट्स’ नाम से एक फर्म की स्थापना की थी। केस्ट्रल ट्रेडिंग ने कथित तौर पर कीव को आपूर्ति के लिए यूएवी खरीदने के लिए एक चीनी रक्षा फर्म, बीजिंग हेवेयॉन्गटाई साइंस एंड टेक कंपनी लिमिटेड के साथ साझेदारी की।