नई दिल्ली। सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित होता है. इस पवित्र महीने में कई ऐसे खास दिन होते हैं, जब आप विशेष पूजा कर भोलेनाथ की कृपा प्राप्त कर सकते हैं. ऐसी ही तिथि इस बार सावन की शिवरात्रि की है, जो हर साल सावन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाई जाती है. लेकिन इस बार सावन महीने में एक नहीं, बल्कि दो शिवरात्रि मनाई जाएगी. 19 साल बाद ऐसा अद्भुत संयोग बन रहा है.
काशी के विद्वान और ज्योतिषाचार्य स्वामी कन्हैया महाराज ने बताया कि इस बार सावन अधिकमास के कारण 59 दिनों का है. ऐसे में इन 59 दिनों में 2 शिवरात्रि भी मनाई जाएगी. सावन की पहली शिवरात्रि 15 जुलाई और दूसरी 15 अगस्त को मनाई जाएगी. हिंदू पंचांग में इसका उल्लेख भी है. यह तिथि भोलेनाथ की पूजा के लिए अति शुभ है. भक्त इन दोनों शिवरात्रियों पर रात में महादेव की विशेष पूजा कर सकते हैं.
पंचांग के अनुसार, 15 जुलाई को रात 8 बजकर 32 मिनट पर चतुर्दशी तिथि शुरू होगी जो अगले दिन यानी 16 जुलाई को रात 10 बजकर 8 मिनट तक रहेगी. ऐसे में पहली शिवरात्रि 15 जुलाई को मनाई जाएगी. स्वामी कन्हैया महाराज ने बताया कि शिवरात्रि पर पूजन का शुभ मुहूर्त 15 जुलाई को रात 12 बजकर 10 मिनट से 12 बजकर 50 मिनट तक है.
सावन की शिवरात्रि पर भगवान शिव को जल, दूध और गन्ने के रस से अभिषेक करना चाहिए. इसके अलावा बेलपत्र, धतूरा और भांग भी उन्हें जरूर अर्पण करें. शिव चालीसा का पाठ करना भी इस दिन बेहद शुभ होता है. धार्मिक मान्यता है कि ऐसा करने से महादेव प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों के कष्टों को दूर करते है. इसके अलावा धन, ऐश्वर्य और मनोवांछित मनोकामनाएं भी पूर्ण होती हैं.