नई दिल्ली: एशिया कप के आगामी संस्करण के लिए शेड्यूल जारी हो गया है। 30 अगस्त से शुरू होने वाले इस टूर्नामेंट में भारतीय टीम अपने अभियान की शुरुआत दो सितंबर को पाकिस्तान के खिलाफ करेगी। दोनों टीमों के बीच यह मुकाबला श्रीलंका के कैंडी में होगा। पाकिस्तान मेजबान है, लेकिन बीसीसीआई ने अपनी टीम को वहां भेजने से मना कर दिया। इस कारण उसे ‘हाइब्रिड मॉडल’ के तहत इस टूर्नामेंट का आयोजन करना पड़ रहा है।
एशिया कप के चार मैच में पाकिस्तान और नौ मुकाबले श्रीलंका में खेले जाएंगे। मुल्तान एक और लाहौर तीन मैचों की मेजबानी करेगा। वहीं, श्रीलंका के कैंडी में तीन और कोलंबो में फाइनल सहित छह मैच आयोजित होंगे। लीग राउंड के एक मैच मुल्तान, दो मैच लाहौर और तीन मैच कैंडी में होंगे। वहीं, सुपर-4 के एक मैच लाहौर और पांच मैच कोलंबो में खेले जाएंगे।
टूर्नामेंट में छह टीमों को दो ग्रुपों में बांटा गया है। ग्रुप ए में मेजबान पाकिस्तान के साथ भारत और नेपाल है। वहीं, ग्रुप-बी में श्रीलंका, बांग्लादेष और अफगानिस्तान है। उद्घाटन मैच मुल्तान में पाकिस्तान और नेपाल के बीच खेला जाएगा। भारत दो सितंबर को पाकिस्तान से खेलने के बाद कैंडी में ही चार सितंबर को नेपाल से खेलेगा। वहीं, ग्रुप बी में पहला मैच श्रीलंका और बांग्लादेश के बीच कैंडी में 31 अगस्त को होगा। इसके बाद तीन सितंबर को बांग्लादेश की टीम लाहौर में अफगानिस्तान के खिलाफ उतरेगी। पांच सितंबर को इसी मैदान पर अफगानिस्तान का सामना श्रीलंका से होगा।
टूर्नामेंट के नियमों के अनुसार, दोनों ग्रुप से शीर्ष दो टीमें सुपर-4 चरण के लिए क्वालिफाई कर जाएंगी। भारत के ग्रुप में पाकिस्तान और नेपाल है। ऐसे में यह तय माना जा रहा है कि टीम इंडिया अगले राउंड में पहुंच जाएगी। वहीं, पाकिस्तान को लेकर भी यही संभावना है। ऐसे में दोनों टीमें 10 सितंबर को कोलंबे में आमने-सामने हो सकती हैं। ग्रुप ए में पहले और दूसरे स्थान पर रहने वाली टीमों के बीच यह मुकाबला खेला जाएगा। एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) के अध्यक्ष जय शाह द्वारा शेयर किए शेड्यूल के मुताबिक ग्रुप ए में अगर पाकिस्तान और भारत की टीमें शीर्ष दो में रहती हैं तो पाकिस्तान को A1 और भारत को A2 माना जाएगा। भले ही दोनों टीमों का क्रम कुछ भी हो।
अगर भारत और पाकिस्तान की टीमें सुपर-4 में शानदार प्रदर्शन करती हैं तो दोनों का मुकाबला फाइनल में 17 सितंबर को होगा। इसके लिए दोनों टीमों को सुपर-4 राउंड में शीर्ष दो में रहना होगा। अगर भारत-पाकिस्तान की टीमें शीर्ष दो में रहती हैं तो फिर फैंस को कोलंबो में एक धमाकेदार फाइनल देखने का मौका मिल सकता है।