नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान अब से थोड़ी देर बाद हॉकी की टर्फ पर आमने सामने होंगे. ये मुकाबला चेन्नई में चल रहे एशियन चैंपियंस ट्रॉफी में खेला जाएगा. भारत की टीम जहां टूर्नामेंट में अजेय है. वहीं पाकिस्तान के लिए इस मुकाबले में हारना मना होगा. क्योंकि भारत से हार के बाद पाकिस्तान सेमीफाइनल की दौड़ से बाहर हो जाएगा. अब एक तो दो घोर विरोधियों की टक्कर और ऊपर से मकसद भी बड़ा, ऐसे में घमासान के घनघोर छिड़ने की पूरी उम्मीद रहेगी. मतलब फिर रोमांच भी तगड़ा ही होगा.
सबसे पहले तो ये जान लीजिए कि हॉकी में भारत और पाकिस्तान के बीच हुई टक्कर के आंकड़े क्या है. इतिहास टटोलेंगे तो पलड़ा पाकिस्तान का भारी नजर आएगा. पाकिस्तान ने अब तक 82 मैच जीते हैं वहीं भारत ने 64 जीते हैं. लेकिन पिछले 7 सालों के प्रदर्शन पर गौर करेंगे तो फिर भारतीय हॉकी टीम के आगे पाकिस्तान कहीं नहीं टिकती.
सबसे बड़ी बात की पाकिस्तान के खिलाफ खेले पिछले 14 मैचों से भारत नहीं हारा है. इस दौरान 12 जीते हैं और 2 ड्रॉ खेले हैं. यानी अब अगर वो उसे सेमीफाइनल की दौड़ से बाहर करने में कामयाब रही तो ये भारतीय हॉकी टीम की पाकिस्तान पर पिछले 15 मैचों में 13वीं जीत होगी. भारत के इस 13वीं जीत के बेहतर आसार भी हैं. वो इसलिए क्योंकि टूर्नामेंट में उसके खिलाड़ी गोल दागने में पाकिस्तानियों से आगे रहे हैं. भारत ने जहां 16 गोल अब तक दागे हैं. वहीं पाकिस्तान ने 7 गोल किए हैं.
पाकिस्तान से भिड़ने से पहले भारत चीन, मलेशिया और दक्षिण कोरिया को हरा चुका है. वहीं जापान के साथ उसने ड्रॉ खेला था. वहीं पाकिस्तान की टीम ने सिर्फ चीन को ही हराया है. मलेशिया से उसे हार मिली है जबकि दक्षिण कोरिया और जापान से उसने ड्रॉ खेला है. साफ है कि पलड़ा हर लिहाज से भारत का भारी है.
अब सवाल है कि पाकिस्तान हारा तब तो वो सेमीफाइनल की रेस से बाहर होगा. लेकिन अगर ड्रॉ खेला तो क्या होगा? इस सूरत में उसे दूसरी टीमों के नतीजे पर निर्भर करना पड़ेगा. कुल मिलाकर पाकिस्तान पर आज दो आफत टूटता हुआ दिख रहा है. पहला, भारत से हारने का और दूसरा टूर्नामेंट से बाहर होने का.