भोपाल : राज्य सरकार की उद्योग फ्रेंडली नीतियों के चलते मध्य प्रदेश उद्योगपतियों की पहली पसंद बनता जा रहा है और यहां बड़ी-बड़ी कंपनियां करोड़ों के निवेश कर उद्योग स्थापित कर रही हैं। इसी क्रम में चार हजार करोड़ का निवेश कर रिलायंस, हेतिच इंडिया और पेप्सिको यहां अपने उद्योग स्थापित करने जा रही हैं। इन कंपनियों ने बायोगैस, फर्नीचर फिटिंग्स और खाद्य प्रसंस्करण इकाइयां स्थापित करने की इच्छा जताई है।
दरअसल, रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड, हेतिच इंडिया और पेप्सिको इंडिया उद्योग समूह के प्रतिनिधियों ने मंगलवार को भोपाल प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री निवास पहुंचकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात की तथा प्रदेश में बायो गैस, फर्नीचर फिटिंग्स और खाद्य प्र-संस्करण इकाइयों की स्थापना के संबंध में चर्चा की। मुख्यमंत्री ने उद्योगपतियों और निवेशकों का प्रदेश में स्वागत करते हुए हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया।
मुख्यमंत्री चौहान को रिलायंस इंडस्ट्रीज के वरिष्ठ उपाध्यक्ष फरहान अंसारी तथा उपाध्यक्ष विवेक तनेजा ने बताया कि उनका समूह प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर लगभग 1970 करोड़ रुपये के निवेश से 10 कम्प्रेस्ड बायो गैस और 15 बायो गैस सघनीकरण संयंत्र स्थापित कर जैव ऊर्जा क्षेत्र में प्रवेश का इच्छुक है। मुख्यमंत्री चौहान से रिलायंस के प्रतिनिधियों ने राज्य को होने वाले दीर्घकालिक लाभ और कम्पनी की अपेक्षाओं के संबंध में चर्चा की।
मुख्यमंत्री चौहान से फर्नीचर हार्डवेयर उत्पादों के निर्माण में विशेषज्ञता रखने वाली जर्मन कम्पनी हेतिच इंडिया के प्रबंध संचालक आंद्रे अकोल्ट ने भेंट कर पीथमपुर में 700 करोड़ रुपये के निवेश से स्थापित हो रही कम्पनी की नई इकाई की जानकारी दी। इकाई में लगभग 500 लोगों के लिए रोजगार सृजित होगा। कम्पनी द्वारा पीथमपुर में वर्ष 2020 में 300 करोड़ रुपये के निवेश से एक इकाई स्थापित की जा चुकी है, जिससे लगभग 600 लोगों के लिए रोजगार सृजित हुआ है। हेतिच इंडिया इस इकाई का भी 270 करोड़ रुपये के निवेश के साथ विस्तार कर रही है। कब्जे (हिंज) बनाने की इस इकाई से भी लगभग 600 लोगों के लिए रोजगार सृजित होगा।
मुख्यमंत्री चौहान से पेप्सिको इंडिया के प्रेसीडेंट अहमद अल शेख, चीफ फाइनेंशियल ऑफीसर किशोर मित्रा और चीफ कार्पोरेट अफेयर्स गरिमा सिंह ने भेंट की। पेप्सिको विश्वव्यापी उपस्थिति रखने वाली प्रमुख खाद्य और पेय कम्पनी है। पेप्सिको इंडिया लगभग एक हजार 155 करोड़ रुपये के निवेश के साथ विक्रम उद्योगपुरी उज्जैन में खाद्य प्र-संस्करण (कार्बोनेटेट पेय) इकाई स्थापित करने की इच्छुक है, जिसमें लगभग 150 लोगों के लिए रोजगार सृजित होंगे।