पूर्व डकैत मलखान सिंह अब बीजेपी को देंगे चुनौती, कांग्रेस में हुए शामिल

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भोपाल : मध्‍यप्रदेश विधानसभा चुनाव आते ही पार्टियां अपने पाले में लाने लिए ऐड़ी चोटी अपनाने लगी है। नेता हों या फिर डाकू सभी को पार्टी में शामिल किया जा रहा है। चुनाव से पहले कांग्रेस ने यहां बीजेपी को बड़ा झटका दिया है। चुनाव से पहले कांग्रेस को यहां पूर्व कुख्यात डकैत मलखान सिंह का साथ मिल गया है।

बता दें कि पूर्व डकैत मलखान सिंह ने बुधवार को कांग्रेसी पार्टी ज्वाइन कर लिया। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ सिंह और नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह की मौजूदगी में भोपाल स्थित कार्यालय में मलखान सिंह कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए। कांग्रेस का हाथ थामने के बाद मलखान सिंह ने कहा, ‘बीजेपी को छोड़ने के बाद आज मैं कांग्रेस पार्टी में शामिल हो रहा हूं। मैंने बीजेपी के लिए प्रचार किया था और मुझे लगा था कि यह सिद्धांतों की पार्टी है और यह सिद्धांतों के साथ काम करेगी। लेकिन मैंने ऐसा भ्रष्टाचार नहीं देखा। 50 सालों में जितना भ्रष्टाचार कांग्रेस ने नहीं किया महज 20 सालों में बीजेपी ने उससे ज्यादा भ्रष्टाचार किया।’

मलखान सिंह ने आगे कहा, ‘मैं वो नेता नहीं हूं जो राजनीति करता है। मैं क्रूरता से कभी समझौता नहीं करूंगा। अगर जनता में अन्याय होता है तो मैं इसके खिलाफ लड़ूंगा और कभी समझौता नहीं करूंगा।’ बता दें कि साल 1982 में मलखान सिंह ने उस वक्त के मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह के सामने सरेंडर किया था।

कांग्रेस में शामिल होने के बाद मलखान सिंह ने अपनी सरेंडर को लेकर एक कहानी भी बताई। मलखान सिंह ने बताया, ‘पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी मेरे सरेंडर को लेकर आगे आए। मैंने रामजानकी मंदिर के लिए 100 बीघा जमीन की मांग की थी और जब मंदिर के लिए जमीन मिल गई तब मैंने सीएम अर्जुन सिंह के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था।’ मलखान सिंह के अलाव भाजपा नेता सुहानी कुशवाहा और पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी संतोष शर्मा ने भी आज कांग्रेस पार्टी का दामन थाम लिया।

मलखान सिंह के कांग्रेस में शामिल होने के बाद कमलनाथ ने कहा, ‘मैं कांग्रेस पार्टी में शामिल होने पर मलखान सिंह का स्वागत करता हूं। आज सभी वर्ग मुश्किल में है और युवाओं का भविष्य़ अधेरे में हैं। हर तरफ भ्रष्टाचार हो रहा है। आज जिन्होंने कांग्रेस पार्टी ज्वाइन किया है उन्होंने सच का समर्थन किया है।’ कांग्रेस नेता कमलनाथ ने कहा कि आज विश्व आदिवासी दिवस है लेकिन राज्य के लोग मुश्किल में है। देश में मध्य प्रदेश एक ऐसा राज्य हो गया है जहां आदिवासियों पर काफी अत्याचार हो रहा है। कानून व्यवस्था पूरी तरह नष्ट हो चुकी है और महिलाओं को टॉर्चर किया जा रहा है।

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