नई दिल्ली : दक्षिण अफ्रीका में स्वामीनारायण मंदिर का निर्माण तेजी से चल रहा है। यह 2025 तक पूरा हो जाएगा। इसके बाद श्रद्धालुओं को पूजा-पाठ के लिए एंट्री मिलेगी। यह न सिर्फ दक्षिण अफ्रीका बल्कि दक्षिण गोलार्ध में हिंदुओं का सबसे बड़ा मंदिर होगा। ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दक्षिण अफ्रीका मंगलवार को भारत से रवाना हुए हैं। भारतीय समुदाय उनके सामने मंदिर का 3D प्रेजेंटेशन देगा।
दक्षिण अफ्रीका के सबसे बड़े शहर जोहान्सबर्ग में 14.5 एकड़ भूमि पर स्वामी नारायण मंदिर का निर्माण हो रहा है। जिसमें 34,000 वर्ग मीटर का कल्चरल सेंटर, 3000 सीटों का ऑडिटोरियम, 2000 सीटों की क्षमता का बैंक्वेटिंग हॉल, एक रिसर्च सेंटर, क्लासेज, प्रदर्शनी और मनोरंजन केंद्र और अन्य सुविधाएं हैं। स्वागत समिति के सदस्य नरेश रामतार ने कहा कि पीएम मोदी सबसे पहले जोहान्सबर्ग और आसपास रहने वाले भारतीय समुदाय से मिलेंगे। उसके बाद उन्हें मंदिर की 3डी मॉडल दिखाया जाएगा।
पीएम नरेंद्र मोदी मंगलवार सुबह दक्षिण अफ्रीका और ग्रीस की चार दिवसीय यात्रा पर रवाना हुए। दक्षिण अफ्रीका में पीएम मोदी 22-24 अगस्त तक जोहान्सबर्ग में 15वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में शामिल होंगे। उन्हें दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति माटामेला सिरिल रामफोसा ने निमंत्रण दिया था। कोविड-19 के चलते अब हुए तीन सम्मेलन वर्चुअली आयोजित किए गए थे। कोविडकाल के बाद यह पहला ब्रिक्स शिखर सम्मेलन जब राष्ट्राध्यक्ष व्यक्तिगत रुप से शामिल हो रहे हैं। ब्रिक्स में ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं। यह संगठन इन पांच देशों की विश्व अर्थव्यवस्थाओं का एक समूह है।
दक्षिण अफ्रीका रवाना होने से पहले पीएम मोदी ने कहा कि वह जोहान्सबर्ग में मौजूद नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठक करने के लिए उत्सुक हैं। यह पीएम मोदी की दक्षिण अफ्रीका की तीसरी यात्रा है। भारत और दक्षिण अफ्रीका अपने राजनयिक संबंधों की 30वीं वर्षगांठ मना रहा है। इस साल ब्रिक्स सम्मेलन की अध्यक्षता दक्षिण अफ्रीका कर रहा है। जिसका विषय ब्रिक्स और अफ्रीका: पारस्परिक रूप से त्वरित विकास, सतत विकास और समावेशी बहुपक्षवाद के लिए साझेदारी है।