नई दिल्ली : आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा (BJP) की निगाहें उन सीटों पर है, जहां बीते चुनाव में भाजपा तीसरे और चौथे स्थान पर रही थी। पार्टी की योजना इन सीटों पर जल्द से जल्द उम्मीदवार घोषित करने की है। इसी क्रम में ऐसी 160 सीटों (160 seats) पर भावी रणनीति और उम्मीदवारों के नाम पर विमर्श करने के लिए गृह मंत्री अमित शाह एक सितंबर को अहम बैठक करेंगे।
भाजपा सूत्रों ने बताया कि पार्टी बीते साल से ही कमजोर सीटों का लगातार अध्ययन कर रही है। पार्टी की रणनीति कमजोर सीटों पर जल्द उम्मीदवार घोषित करने के साथ ही उन 40 सीटों पर भी उम्मीदवारों का नाम तय करने की है, जिन सीटों पर विपक्ष के दिग्गज उम्मीदवार चुनाव लड़ते हैं। ये 40 सीटें भी कमजोर प्रदर्शन वाली सीटों में शामिल है, जिन्हें पार्टी ने सी और डी श्रेणी की सीटें घोषित की हैं।
पार्टी की योजना विपक्ष के दिग्गज नेताओं के खिलाफ ऐसे उम्मीदवार उतारने की है, जिससे संबंधित सीट से जुड़े विपक्ष के नेता को परेशानी हो। इस क्रम में पार्टी इन सीटों पर सबसे पहले सामाजिक समीकरण के दायरे में फिट रहने वाले नेताओं को मैदान में उतारेगी। इसके अलावा विपक्ष के दिग्गज नेताओं को घेरने के लिए विभिन्न क्षेत्रों की नामी हस्तियों को मैदान में उतारा जाएगा।
पार्टी कमजोर सीटों पर मजबूती से चुनाव लड़ने की रणनीति पर बीते साल से ही काम कर रही है। इसी क्रम में करीब चार दर्जन सीटों पर उम्मीदवारों के नाम तय कर लिए गए हैं। एक सितंबर को होने वाली बैठक में शेष सीटों के उम्मीदवारों के नामों पर मंथन होगा। इसके अलावा इन सभी सीटों के सामाजिक समीकरणों पर भी विमर्श किया जाएगा।