किशमिश न सिर्फ आपके मीठा खाने की क्रेविंग को शांत करती है बल्कि सेहत से जुड़े कई फायदे भी आपको पहुंचाती है। बात अगर काली किशमिश की करें तो इसमें प्रोटीन, फाइबर, शुगर, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस और पोटेशियम जैसे पोषक तत्व अधिक मात्रा में पाए जाते हैं। काली किशमिश का पानी पीने से व्यक्ति के शरीर में खून की कमी दूर होने से लेकर ब्लडप्रेशर तक को कंट्रोल किया जा सकता है। आइए जानते हैं काली किशमिश का पानी पीने से सेहत को मिलते हैं कौन से फायदे और क्या है इसे बनाने का सही तरीका।
एनीमिया से छुटकारा-
काली किशमिश में आयरन की अधिकता होने की वजह से ये शरीर में हीमोग्लोबिन का स्तर बढ़ाने में मदद करती है। शरीर में हीमोग्लोबिन के बढ़ने पर एनीमिया की समस्या दूर होती है। एनीमिया से राहत पाने के लिए आप रोजाना मुट्ठीभर काली किशमिश खा सकते हैं।
हाई ब्लड प्रेशर को रखें कंट्रोल-
काली किशमिश में पोटेशियम अधिक होता है। ऐसे में काली किशमिश का पानी पीने से शरीर को पोटेशियम मिलता है, जिससे शरीर में सोडियम की मात्रा कम हो जाती है। रोजाना सुबह खाली पेट किशमिश का पानी पीने से हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखा जा सकता है।
स्टेमिना बढ़ता है-
स्टेमिना बढ़ाने के लिए केसर और काली किशमिश का पानी फायदेमंद होता है। ये आपकी नसों को एक्टिवेट करके शरीर की एनर्जी बढ़ाकर स्टेमिना बूस्ट करने में मदद करता है।
इम्यूनिटी बढ़ाए-
म्यूनिटी को मजबूत बनाने के लिए आप रोजाना सुबह खाली पेट काली किशमिश का पानी पी सकते हैं। काली किशमिश में विटामिन्स, मिनरल्स और प्रोटीन पाए जाते हैं। ये सभी पोषक तत्व शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं।
फर्टिलिटी बढ़ाता है-
केसर और काली किशमिश का पानी फर्टिलिटी बढ़ाने में भी काफी फायदेमंद माना जाता है। ये शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को अच्छा करके फर्टिलिटी बढ़ाने में भी फायदेमंद है। रोज किशमिश खाने से पुरुषों का स्पर्म काउंट और स्पर्म क्वलिटी बढ़ती है। हालांकि जो लोग डायबिटिक हैं, उन्हें इसका सेवन अपने डॉक्टर से पूछकर ही करना चाहिए।
काली किशमिश का पानी कैसे बनाएं-
काली किशमिश का पानी बनाने के लिए सबसे पहले अच्छी गुणवत्ता वाली काली किशमिश लेकर उन्हें 2 कप पानी में मिलाकर ढककर रातभर के लिए भिगोकर रख दें। इस पानी को अगले दिन छानकर किशमिश का रस भी पानी में छोड़ने के लिए क्रश करें। अब इस पानी को पी लें।