भोपाल: राजधानी के लिए गर्व की बात है कि भोपाल की आशी चौकसे ने न केवल भोपाल का बल्कि पूरे देश न नाम रौशन किया है. इतनी कम उम्र में उन्होंने कई सारे अंतराष्ट्रीय मैच खेले हैं. आशी ने कहा कि शूटिंग में करियर बनाने के बारे में उन्होंने कभी सोचा नहीं था. जब उन्होंने एनसीसी ज्वाइन किया और कैंप में पंचमढ़ी जाने के बाद जब आशी ने पहली बार शूटिंग की, तब उनकी शूटिंग देखकर उनके कर्नल ने उन्हें इसको अपना कैरियर बनाने का सुझाव दिया. तभी से आशी के मन में शूटिंग को ले कर दिलचस्पी बढ़ती गई. परिवार के सपोर्ट से शूटिंग सीखी और धीरे धीरे दिलचस्पी बढ़ती गई. एशियन गेम्स में आशी ने 2 रजत और 1 कांस्य पदक जीता है.
आशी ने आगे कहा कि जब उन्होंने शूटिंग सीखना शुरू किया था. तब वो 10वीं कक्षा में थी. उनको पढ़ाई और प्रैक्टिस दोनो को ही मैनेज करना पड़ता था. उनको बाकी बच्चों के मुकाबले ज्यादा मेहनत करनी पड़ती थी. संडे को भी नोटिस बनाने पड़ते थे. आशी ने अपनी पढ़ाई एक कॉन्वेंट स्कूल से की है, जहां पर पढ़ाई पर ध्यान देना और अटेंडेंस का पूरा होना अनिवार्य होता था. ये आशी के जिंदगी का सबसे मुश्किल दौर था. उन्हे कड़ी मेहनत करनी पड़ती थी.
आशी शूटिंग की एक अच्छी और मंझी हुई खिलाड़ी हैं. जिसकी वजह से उन्हें सीनियर टीम में सिलेक्ट किया गया है. 2019 में कुछ अंकों से राष्टीय टीम में सिलेक्ट होने से चुकी थीं आशी. फिर कोविड के छोड़ दी थी प्रैक्टिस. मगर उनके आत्मविश्वास ने और उनकी कड़ी मेहनत ने उन्हें 2021 में हुए सिलेक्शन में प्रथम स्थान दिलाया. जिसके बाद उन्हें भारत को अंतरास्थ्य स्तर पर रिप्रेजेंट करने का मौका मिला. आशी ने अपना पहला इंटरनेशन मैच 2021 में साउथ अमेरिका के पेरू में खेला था. आशी ने अभी तक 9 इंटरनेशनल और 70 राष्टीय स्टार के पदक जीते हैं.