बेंगलुरु : कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में जाम एक बड़ी समस्या है। इस बीच उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने गुरुवार को कहा कि शहर में यातायात की भीड़ को कम करने के लिए 190 किलोमीटर लंबी सुरंग का प्रस्ताव किया गया है। इसके लिए राज्य सरकार 45 दिनों के भीतर टेंडर जारी करेगी। उन्होंने कहा, “बेंगलुरु में यातायात की भीड़ से निपटने के लिए 190 किलोमीटर लंबी सुरंग सड़क का प्रस्ताव किया गया है। आठ कंपनियां इसके लिए योग्य हैं। ये कंपनियां एक रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगी।”
ये कंपनियां अध्ययन कर रिपोर्ट देंगी कि सुरंग की सड़क कैसी होनी चाहिए। चार लेन की होनी चाहिए या छह लेन की। कहां से शुरू और कहां खत्म होनी चाहिए। इसका पूरे शहर में विस्तार किया जाए या नहीं। इस सभी मुद्दों पर भी निर्णय लेना होगा। उपमुख्यमंत्री के पास बेंगलुरु शहर विकास विभाग की भी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि चूंकि परियोजना बहुत बड़े पैमाने की है और इसके लिए बड़ी मात्रा में धन की आवश्यकता है। इसलिए इसे कई चरणों में किया जाना है।
उन्होंने कहा, “हमने अभी 190 किमी का प्रस्ताव दिया है। बेल्लारी रोड, ओल्ड मद्रास रोड, एस्टीम मॉल जंक्शन से मेखरी सर्कल, मिलर रोड, चालुक्य सर्कल, ट्रिनिटी सर्कल, सरजापुर रोड, होसुर रोड, कनकपुरा रोड से कृष्णा राव पार्क, मैसूर रोड से सिरसी सर्कल तक, मगदी रोड, तुमकुरु रोड से यशवंतपुर जंक्शन, आउटर रिंग रोड, गोरागुंटेपल्या, केआर पुरम, सिल्क बोर्ड जैसे क्षेत्रों की पहचान की गई है।”
उन्होंने कहा, “हमने इन क्षेत्रों को प्राथमिकता के आधार पर चुना है। कंपनियां अध्ययन करने जा रही हैं कि यह सुरंग सड़क कहां और कैसे बनाई जा सकती है।” उन्होंने कहा कि बेंगलुरु को कम से कम चार लेन वाली सुरंग सड़क की जरूरत है।
आपको बता दें कि पिछले सप्ताह बेंगलुरु में आउटर रिंग रोड पर भारी यातायात भीड़ का हवाला देते हुए डीके शिवकुमार ने कहा कि उन्होंने संबंधित अधिकारियों और यातायात पुलिस के साथ इस मुद्दे पर चर्चा की है। वह 7 अक्टूबर को आउटर रिंग रोड का दौरा करेंगे।
उन्होंने यह भी कहा कि बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका के इंजीनियरों को गड्ढों की समस्या के समाधान के लिए यातायात पुलिस की मदद से काम करना चाहिए। ट्रैफिक पुलिस द्वारा बताए गए स्थानों पर बीबीएमपी को शीघ्र ही गड्ढों को भरना चाहिए, ताकि उनसे दुर्घटना न हो।