नई दिल्ली : मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर मंगलवार को दिल्ली (Delhi) में भाजपा की कोर ग्रुप की बैठक हुई। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के आवास पर हुई यह बैठक करीब छह घंटे तक चली। नड्डा के अलावा बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Union Home Minister Amit Shah), भाजपा के संगठन महामंत्री बीएल संतोष, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, केंद्रीय मंत्री और प्रदेश प्रभारी भूपेंद्र यादव, सह-प्रभारी अश्विनी वैश्वण, केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा मौजूद थे।
भाजपा मध्यप्रदेश विधानसभा की कुल 230 सीटों में से 136 पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है। सूत्रों के मुताबिक, इस बैठक में कोर ग्रुप ने मध्यप्रदेश की बची हुई 94 विधानसभा सीटों पर चर्चा की। लगभग बची हुई सभी सीटों पर उम्मीदवारों के नामों को अंतिम रूप दे दिया गया है। इनमें 71 विधायकों (66 भाजपा, सपा-बसपा के एक-एक, दो निर्दलीय विधायकों, भाजपा को समर्थन देने वाले सिंधिया समर्थक विधायक) की सीटों पर चर्चा हुई। इसके अलावा हारी हुई 23 सीटों पर चर्चा हुई। भाजपा उम्मीदवारों की पांचवीं सूची जल्द आ सकती है। भाजपा उम्मीदवारों की अगली सूची टिकट काटने और सीट बदलने वाली होगी।
भाजपा कोर ग्रुप की बैठक के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा भोपाल के लिए रवाना हो गए। वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और बीएल संतोष की जेपी नड्डा के साथ देर रात तक बैठक जारी रही। मध्यप्रदेश की सभी 230 विधानसभा सीटों पर 17 नवंबर को एक चरण में चुनाव होना है। अब चुनाव में एक महीने से भी कम का समय बचा है। 21 अक्तूबर को नामांकन की अधिसूचना जारी हो जाएगी। राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा ने चुनाव जीतने के लिए बड़े पैमाने पर रणनीति तैयार की है। पार्टी ने इस बार अपने तीन केंद्रीय मंत्री समेत सात सांसदों को विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी बनाया है।
इसके अलावा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत 25 मंत्रियों को टिकट दिया है। अभी आठ मंत्रियों के टिकट होल्ड हैं। एक मंत्री यशोधरा राजे ने स्वास्थ्य के चलते चुनाव लड़ने से मना कर दिया है। भाजपा ने अभी तक 57 विधायकों को टिकट दिया है। वहीं, तीन विधायकों के टिकट काट दिए हैं।