नई दिल्ली : दिल्ली-एनसीआर और आसपास के इलाकों में बीते कुछ दिनों से वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है. दिल्ली में सोमवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक यानी AQI सोमवार को 324 दर्ज किया गया है. इसका मतलब है कि प्रदूषण का लेवल खराब श्रेणी में है. प्रदूषण को नियंत्रण में करने के लिए सरकार लगातार कदम उठा रही है. इस बीच प्रदूषण बढ़ने की वजह से शरीर के अंगों पर इसका प्रभाव पड़ रहा है.
प्रदूषण के कारण आंखों में इंफेक्शन, पानी आना, आंखों का लाल होना और आंखों में जलन की समस्या हो रही है. जिन लोगों को पहले से ही आंखों की कोई परेशानी है उनकी समस्या बढ़ गई है. ऐसे में बचाव करना जरूरी है. आइए इस बारे में जानते हैं. डॉक्टर बताते हैं कि मौसम बदलने और प्रदूषण के कारण आंखों में इंफेक्शन के केस बढ़ जाते हैं. हर साल इस मौसम में आंखों में इंफेक्शन के केस आते हैं. प्रदूषण के दौरान आंखों से संबंधित परेशानी बढ़ जाती है. बच्चे, बुजुर्ग और युवा सभी इस परेशानी का शिकार होते हैं.
ओपीडी में अभी से ही आंखों से पानी आना और जलन की समस्या वाले मरीज आने लगे हैं. इनमें बुजुर्गों और बच्चों के केस आ रहे हैं. आने वाले दिनों में प्रदूषण बढ़ने की आशंका है. ऐसे में आंखों से संबंधित परेशानियों के मामले बढ़ने का खतरा है. ऐसे में इससे बचाव जरूरी है. इसके लिए इन टिप्स को आप फॉलो कर सकते हैं.
बढ़ते प्रदूषण में धूल -मिट्टी से बचाव करना जरूरी है. धूल मिट्टी अगर आंखों में चली जाती है तो इससे आंखों में इंफेक्शन हो जाता है. इस कारण आंखों से पानी आना और अन्य समस्याएं होने लगती है. धूल मिट्टी से बचाव के लिए जरूरी है कि आप बाहर जाते समय धूप का चश्मा जरूर लगा लें. ये आपकी आंखों को धूल भरे कणों से बचाएगा. इससे कई तरह के इंफेक्शन का खतरा कम रहेगा.
बढ़ते प्रदूषण और मौसम में हो रहे बदलाव की वजह से कई तरह के बैक्टीरिया एक्टिव हो जाते हैं. जो आसपास की सतह पर मौजूद रहते हैं. अगर आप हाथों से आंखों को बार-बार छूते हैं तो ये बैक्टीरिया आंखों में चले जाते हैं. जिससे आंखों में इंफेक्शन हो जाता है और आंखों से पानी आना समेत कई परेशानियां हो जाती हैं. ऐसे में लोगों को सलाह है कि आंखों को छूने से बचें.
इस मौसम में आपको सुबह और शाम में आंखों को धोना चाहिए. इससे आंखों में मौजूद गंदगी बाहर चली जाती है. लोगों को सलाह है कि वह आंखों को नियमित रूप से धोएं. अगर आंखों में किसी भी प्रकार का इंफेक्शन है तो खुद से दवा लेने या आई ड्रॉप डालने से बचें और डॉक्टर से सलाह लें.