पानी की तरह हर सब्जी में घुल जाता है आलू, ज्यादा खाने से होते हैं यह नुकसान

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नई दिल्ली : आलू का वैज्ञानिक नाम सोलनम ट्यूबरोसम है। यह सबसे आम और महत्वपूर्ण भोजन स्रोतों में से एक है और अपने स्वास्थ्य लाभ के कारण यह पूरे विश्व में एक प्रमुख आहार के रूप उपयोग किया जाता है। आलू सबसे ज्यादा एंडिस, पेरू और बोलिविया में पाएं जाते हैं। आलू पहली बार 7,000 वर्ष पहले मध्य अमरीकी और दक्षिण अमरीकी क्षेत्र में उगाए गये थे। आलू बहुत से पौष्टिक तत्वों से भरपूर है। आलू में सबसे अधिक मात्रा में स्टॉर्च पाया जाता है। इसमें पोटेशियम, विटामिन ए और विटामिन सी भी पर्याप्त मात्रा में होते हैं। इसके अलावा आलू में मैग्नीशियम, फास्फोरस, आयरन और ज़िंक भी होते हैं।

आलू के कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन, ग्लूकोज और एमिनो एसिड में बदल कर शरीर को तुरंत शक्ति देते हैं। आलू खाने में तो स्वादिष्ट होते ही हैं, लेकिन इनमें कई औषधीय गुण भी होते हैं।यह पाचन में सुधार, कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम, हृदय स्वास्थ्य, कैंसर और मधुमेह को रोकने में मदद करते हैं। आलू प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत, उम्र बढ़ने के संकेत, त्वचा की रक्षा, रक्तचाप, अनिद्रा को कम करते हैं और आंखों के स्वास्थ्य को भी बनाय रखते हैं। इसके अलावा आलू में कई प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट भी पाए जाते हैं जो फ्री रेडिकल से होने वाले नुकसान से शरीर की रक्षा करते हैं।

आलू का सेहत पर बहुत बुरा असर पड़ता है, क्योंकि ज्यादा खाने से यह शरीर के लिए नुकसानदायक हो सकता है। साथ ही साथ यह वजन भी बढ़ाता है। अगर शरीर के वजन को कंट्रोल में रखना है तो आलू खाने से परहेज करना चाहिए। खासकर डायबिटीज के मरीजों को आलू खाने से दूरी बना लेनी चाहिए, जो लोग आलू को डीप फ्राई करके खाते हैं उनके सेहत पर यह काफी ज्यादा बुरा असर पड़ता है।

छोड़ता है शरीर में जहरीला प्रभाव खराब या सड़े हुए आलू ना खाएं क्‍योंकि ये शरीर में जहरीला प्रभाव डाल सकते हैं। आलू के पत्ते और ग्रीन आलू अक्सर जहरीले होते हैं, क्योंकि उनमें सोलनिन, चैकोनिन और आर्सेनिक जैसे अल्कलॉइड होते हैं। इन रसायनों की अधिक मात्रा घातक साबित हो सकती है।

इसके अलावा आलू का ग्लाइसेमिक इंडेक्स (80 से ऊपर) बहुत अधिक है, इसलिए जो लोग मोटापे से ग्रस्त हैं, और वजन कम करने की कोशिश कर रहे हैं या मधुमेह से पीड़ित हैं, उन लोगों को आलू के सेवन से बचना चाहिए। आलू को बड़ी मात्रा में खाने से रक्त शर्करा का असंतुलन, भूख कम लगना, टाइप 2 मधुमेह जैसी जटिलताएं बढ़ जाती हैं। गर्भवती महिला खा सकती है तला आलू.

यदि आलू आपके रक्त शर्करा के स्तर को ऑफसेट करते हैं, तो आपको भोजन के बीच में भूख बढ़ने का अनुभव हो सकता है, जिससे आपका वजन भी बढ़ सकता है। मक्खन, पनीर, बेकन और क्रीम जैसे लोकप्रिय अधिक फैट वाले टॉपिंग के साथ आलू को बनाना आपके आहार में वसा और कैलोरी की वृद्धि करेगा जो वजन बढ़ाने में भी योगदान दे सकता है। फ्राइड आलू और आलू के चिप्स वसा और कैलोरी में समृद्ध हैं।

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