लखनऊ: रामनगरी अयोध्या में दीपोत्सव के अवसर पर एक साथ 22 लाख 23 हजार दीयों को जलाने का रिकॉर्ड बनने के अगले दिन यानी आज रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हनुमानगढ़ी और रामलला के दर्शन किए. इस मौके पर उन्होंने राममला के भव्य प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के बीच और इसके उपरांत लोगों को अतिथि देवो भव: की भावना का पालन करने की याद भी दिला दी है. वहीं पूर्व की सरकारों में अयोध्या की उपेक्षा और अराजकता का जिक्र किया. मुख्यमंत्री योगी ने इस बारें में बोला है कि 80-90 के दशक में अयोध्या में कर्फ्यू और अराजकता का शिकार न सिर्फ यहां के मंदिर से जुड़े लोग ही है, बल्कि आम नागरिक और कारोबारी भी इससे प्रभावित होते थे, अब तस्वीर पूरी तरह बदल चुकी है.
मुख्यमंत्री योगी ने प्रदेशवासियों को दीपावली की शुभकामनाएं देते हुए अयोध्या के वैभव का जिक्र भी कर दिया है. इस बारें में सीएम ने बोला है कि रामभक्तों के साथ 54 देशों के 77 मेहमान भी ऐतिहासिक दीपोत्सव के साक्षी बने. दीपोत्सव का भव्य रूप उस श्रृंखला का भाग भी रहे, जो पीएम नरेंद्र मोदी के विजन के अनुरूप आगे बढ़ रहा है. सीएम योगी ने अपनी बात को जारी रखते हुए कहा है कि दीपावली का पर्व अच्छाई के साथ एक सकारात्मक भाव, सकारात्मक ऊर्जा का संचार करने का जरिया है. इस अवसर पर सबकी कोशिश होना चाहिए कि अयोध्या रामराज की भूमि है. रामराज में हर तबके, गरीब, वंचित, दलित, जनजाति और हर समाज के लोगों के लिए पूरा सम्मान है. उसके आगे बढ़ने के लिए हर प्रकार के अवसर हैं. केंद्र और प्रदेश सरकार इसी के अनुरुप कार्य करने में लगी हुई है.
अराजकता से दूर अब अयोध्या की नई तस्वीर सबके सामने: सीएम योगी ने अपनी बात को बढ़ाते हुए कहा है कि यह हमारा सौभाग्य है कि सात वर्षों से ऐसा मौका देखने के लिए मिल रहा है. इससे पहले इसी अयोध्या में 80-90 के दशक में कर्फ्यू, अराजकता और अव्यवस्था का शिकार न केवल मठ मंदिर, राम भक्त होते थे बल्कि यहां के व्यवसायियों और नागरिकों को भी इसकी हानि उठानी पड़ती थी. उन्होंने इस बारें में बोला है कि ऐसे माहौल से मुक्त होकर एक नई व्यवस्था, एक नया स्वरूप, आज हमारी अयोध्या में देखने को मिल रहा है. अयोध्या का दीपोत्सव कार्यक्रम इसमें मील का पत्थर साबित होते हुए दिखाई दे रहे है.
केंद्र-राज्य सरकार के कार्यक्रमों में सहभागी बने जनता: मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि अब हमारा दायित्व है कि केंद्र और स्टेट गवर्नमेंट के स्तर पर जो कार्यक्रम, विकास की योजनाएं अयोध्या को विश्व की सबसे सुंदर नगरी के रूप में प्रस्तुत करने के लिए संचालित की जा रही हैं, उसमें हम सभी अपने स्तर पर सहयोग करें. सभी लोगों की जन सहभागिता के माध्यम से इन योजनाओं को वक़्त से आगे बढ़ाने में सहायता मिलने वाली.
अयोध्या आने वाले लोगों के साथ करें अच्छा व्यवहार: उन्होंने ये भी बोला है कि सभी लोग के सामने ‘अतिथि देवो भव:’ के उत्तम उदाहरण को प्रस्तुत करने का अवसर 22 जनवरी और पूरे जनवरी-फरवरी मास में होने वाला है. अयोध्या का वैभव और भव्यता देखने लायक होने वाली है. दुनिया अयोध्या के के प्रति आकर्षित होगी. उन्होंने प्रदेशवासियों और सभी राम भक्तों को दीपावली की शुभकामनाएं देते हुए बोला है कि भगवान राम और बजरंगबली हनुमानजी से प्रार्थना है कि वे सभी के व्यक्तिगत, व्यवसायिक और सामाजिक जीवन में खुशहाली प्रदान करें.