ग्लोबल साउथ समिट में पीएम मोदी ने की आतंकी हमले की निंदा, कहा- निर्दोषों की हत्या गलत, बातचीत से निकाले हल
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज चल रहे इजरायल-हमास युद्ध में नागरिकों की मौत की निंदा की। साथ ही, उन्होंने संघर्ष के कारण पश्चिम एशिया में बढ़ती चुनौतियों के सामने वैश्विक दक्षिण के बीच एकता और सहयोग की तत्काल आवश्यकता पर भी जोर दिया।
दूसरे वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट के उद्घाटन सत्र में बोलते हुए, पीएम मोदी ने हिंसा और आतंकवाद के खिलाफ भारत के अटूट रुख पर जोर दिया। प्रधानमंत्री ने संघर्ष समाधान की आधारशिला के रूप में संयम बरतने और बातचीत को प्राथमिकता देने के महत्व को रेखांकित किया।
पीएम मोदी ने कहा, “हम सभी देख रहे हैं कि पश्चिम एशिया क्षेत्र की घटनाओं से नई चुनौतियां सामने आ रही हैं। भारत ने 7 अक्टूबर को इजरायल में हुए आतंकी हमले की निंदा की है। हमने भी संयम बरता है। हमने बातचीत और कूटनीति पर जोर दिया है। हम इजरायल और हमास के बीच संघर्ष में नागरिकों की मौत की भी कड़ी निंदा करते हैं।” उन्होंने कहा, “फलस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास से बात करने के बाद, हमने फलस्तीन के लोगों को मानवीय सहायता भी भेजी है। यही समय है, जब ग्लोबल साउथ के देशों को व्यापक वैश्विक भलाई के लिए एकजुट होना चाहिए।”
ग्लोबल साउथ, मुख्य रूप से एशिया, अफ्रीका और दक्षिण अमेरिका में दक्षिणी गोलार्ध में स्थित देशों के एक समूह को संदर्भित करता है। हालांकि, इन देशों की विशेषताएं समान नहीं हैं, फिर भी वे अक्सर गरीबी, असमानता और संसाधनों तक सीमित पहुंच जैसी आम चुनौतियों से जूझते हैं।
7 अक्टूबर को फलस्तीनी समूह हमास द्वारा अचानक किए गए हमले के बाद 1,200 से अधिक इजरायली मारे गए, जिसमें ज्यादातर नागरिक मारे गए थे। इसके जवाबी कार्रवाई में, इजरायल ने गाजा पट्टी पर हवाई हमले किए, जिसमें 11,000 से अधिक लोग मारे गए। इतना ही नहीं, जंग अभी भी जारी है, जिससे आशंका जताई जा रही है कि अभी मरने वालों का आंकड़ा और भी अधिक हो सकता है।