नई दिल्ली : भारत में हर साल 26 नवंबर का दिन संविधान दिवस के तौर पर मनाया जाता है। संविधान दिवस हर साल 26 नवंबर को भारत द्वारा संविधान को अंगीकार किए जाने के साथ इसके द्वारा समर्थित आदर्शों और सिद्धांतों को रेखांकित करने और हमारे संस्थापकों के योगदान के प्रति सम्मान और आभार प्रकट करने के लिए मनाया जाता है।
संविधान दिवस मनाने के लिए भारत सरकार के संसदीय कार्य मंत्रालय ने सभी नागरिकों को संविधान क्विज और प्रस्तावना के ऑनलाइन वाचन में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया है। लोगों की अधिक से अधिक जनभागीदारी को सुनिश्चित करने के लिए मंत्रालय ने दो वेब पोर्टल चालू किये हैं। 22 आधिकारिक भाषाओं और अंग्रेजी में संविधान की प्रस्तावना का ऑनलाइन वाचन की व्यवस्था की गई है तो वहीं ‘भारत – लोकतंत्र की जननी’ विषय पर ऑनलाइन क्विज़ भी रखा गया है।
ये पोर्टल हर किसी के लिए उपलब्ध हैं और कोई भी इसमें भाग ले सकता है और भागीदारी का प्रमाणपत्र प्राप्त कर सकता है। इस प्रकार तैयार किए गए प्रमाणपत्रों को हैशटैग संविधान दिवस का उपयोग करके सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट भी किया जा सकता है।
26 नवंबर को संविधान दिवस है, जिसे पूरे देश में मनाया जा रहा है। हमारे भारतीय संविधान को अपनाए जाने की याद में हर साल 26 नवंबर को देश में संविधान दिवस के तौर मनाया जाता है। वर्ष 1949 में संविधान सभा द्वारा भारतीय संविधान को 26 नवंबर को ही अपनाया गया गया था। हालांकि, इसे 26 जनवरी 1950 से पूरे देश में लागू किया गया था। वहीं, केंद्र सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा 19 नवंबर 2015 को घोषणा की थी कि 26 नवंबर को हर साल संविधान दिवस के तौर पर मनाया जाएगा। इसके बाद से हर साल संविधान दिवस को इस दिन मनाया जाता है।
भारतीय संविधान को बनाए जाने में संविधान सभा को 167 दिन लगे जिसके लिए 11 सत्र आयोजित किए गए। अपने मूल रूप में भारतीय संविधान में 395 अनुच्छेद, 22 खण्ड और 8 अनुसूचियां हैं। हमारे संविधान में कुल 1,45,000 शब्द हैं, जो कि पूरे विश्व में सबसे लंबा अपनाया गया संविधान है। हालांकि, इस समय हमारे संविधान में 470 अनुच्छेद, 25 खण्ड और 12 अनुसूचियों के साथ-साथ 5 परिशिष्ट भी हैं।
हालांकि, संविधान दिवस कोई छुट्टी का दिन नहीं है, बल्कि इस अवसर पर विभिन्न सरकारी विभागों, संगठनों और शिक्षा संस्थानों में तमाम कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। स्कूलों एवं कॉलेजों की बात करें तो संविधान दिवस के अवसर पर विभिन्न भाषणों, संवाद, वाद-विवाद प्रतियोगिता, क्विज, आदि का आयोजन किया जाता है, ताकि छात्र-छात्राओं में हमारे संविधान के प्रति जागरूकता एवं समझ को बढ़ावा मिले।
“भारत का संविधान अपनाने के उपलक्ष्य में हमारे देश में हर साल 26 नवंबर को संविधान दिवस को मनाया जाता है। भारत की संविधान सभा ने 26 नवंबर 1949 को भारत के संविधान को अपनाया था, जो 26 जनवरी 1950 से लागू हुआ।
नागरिकों के बीच संविधान के मूल्यों को बढ़ावा देने के लिए हर साल 26 नवंबरको ‘संविधान दिवस’ के रूप में मनाने के भारत सरकार के निर्णय को सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय ने 19 नवंबर 2015 को अधिसूचित किया।”