मॉस्को : रूसी विदेश मंत्री सर्गेइ लावरोव ने अपने एक बयान में भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर के बदलती वैश्विक व्यवस्था पर दिए बयान का समर्थन किया है। लावरोव ने कहा कि ‘दुनिया यूरोप ही नहीं है बल्कि इससे कहीं ज्यादा है।’ लावरोव ने कहा कि वैश्विक मंच पर ग्लोबल साउथ और ग्लोबल ईस्ट का उभार हो रहा है।
मॉस्को स्थित प्राइमाकोव रीडिंग्स इंटरनेशनल फोरम में सोमवार को बोलते हुए रूसी विदेश मंत्री ने कहा कि ‘आज दुनिया में बदलाव हो रहा है। पहले कुछ देशों को ही वैश्विक अहमियत मिलती थी और वो खासकर पश्चिमी देश होते थे और इसकी वजह भी थी।’ लावरोव ने कहा कि ‘आज वैश्विक मंच पर नए खिलाड़ी उभर रहे हैं और इनमें ग्लोबल साउथ और ग्लोबल ईस्ट प्रमुख हैं और इनकी संख्या भी बढ़ती जा रही है।’ रूसी विदेश मंत्री ने कहा कि ‘यह सही मायने में वैश्विक बहुमत है। अब देश अपने राष्ट्रीय हितों को प्राथमिकता देते हैं ना कि किसी दूसरे देश के हितों को।’
रूस-यूक्रेन युद्ध के चलते रूस पर पश्चिमी देशों ने कड़े प्रतिबंध लगाए हुए हैं। वहीं पश्चिमी देश खुलकर यूक्रेन का समर्थन कर रहे हैं। ये भी वजह है कि रूसी विदेश मंत्री पश्चिमी देशों पर निशाना साधते रहते हैं। बता दें कि बीते दिनों भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा था कि यूरोप को उस मानसिकता से बाहर आने की जरूरत है, जिसमें उन्हें लगता है कि यूरोप की दिक्कतें दुनिया की दिक्कतें हैं और जो दुनिया की दिक्कतें हैं, वो यूरोप की परेशानी नहीं है। दरअसल रूस से तेल खरीदने के भारत के फैसले का बचाव करते हुए जयशंकर ने ये बात कही थी। बातचीत के दौरान लावरोव ने एस जयशंकर के इस बयान का जिक्र भी किया।