नई दिल्ली : किसी भी घर में धन-धान्य आने का प्रतीक तो यही है कि घर में बेबात तनाव न हो। परिवार का हर सदस्य अपने-अपने काम में लगा हो। स्वस्थ-प्रसन्न हो। घर इतना दमकता हो कि बीमारियां पास न फटकें। घर में इतना धन हो कि सबकी जरूरतें पूरी हों और किसी बुरे वक्त के लिए पर्याप्त बचत भी हो। घर में सम्पन्नता आने का अर्थ यह भी है कि स्त्री-पुरुष प्रेम से रहें।
अपनी आस्था के अनुसार घर के मुख्य द्वार पर बाहर की ओर मांगलिक प्रतीकों को प्रदर्शित करना चाहिए जैसे स्वास्तिक, ओम, त्रिशूल, क्रास इत्यादि। इससे सौभाग्य, समृद्धि व प्रसिद्धि में वृद्धि होती है। घर के मुख्य द्वार के सामने जूते-चप्पल उतारना अशुभ होता है, जो सकारात्मक ऊर्जा को अंदर आने से रोकता है। इसी प्रकार मुख्य द्वार के पीछे भी किसी प्रकार की कोई चीज लटकाना अशुभ होता है।
घर के चारों कोनों में से किसी कोने में कोई जरूरी व कीमती सामान न रखें।
किसी भी कोने में तिजोरी रखने, बैठने, फाइलें रखने पर उनका मूल्य शून्य हो जाता है।
मंगल व शनि को नया कार्य कभी शुरू नहीं करें। बुधवार सुबह 11 बजे के बाद काम करने से मंत्री पद या उच्चा पद प्राप्त होता है। मान-सम्मान बढ़ता है।
उत्तर, उत्तर-पूर्व व उत्तर-पश्चिम के भाग से अग्रि की व्यवस्था हटाकर दक्षिण पूर्व में ले जाएं तो सब कुछ ठीक होता नजर आएगा।
दक्षिण-पूर्व भाग में आग (रसोई घर) होने से स्वास्थ्य व धन लाभ निश्चित रूप से होता है।
हमेशा सोते समय दक्षिण की ओर सिर रख कर सोएं। दक्षिण व दरवाजे की ओर पैर रख कर कभी न सोएं। यह घातक हो सकता है।
विशेष लाभ के लिए पश्चिमी दीवार के सहारे पश्चिम की ओर पैर करके सोएं।
पीठ पीछे व दोनों कंधों के किनारे हवा व प्रकाश नहीं आना चाहिए।
पीठ पीछे खिड़की, दरवाजा, रोशनदान, खिड़की का कांच, शीशा नहीं होना चाहिए।
पीठ पीछे ठोस दीवार होने पर सफलता आपके कदम चूमेगी।
पश्चिम दीवार के सहारे बैठने व पढऩे से सफलता मिलती है।
टॉयलैट, बाथरूम में मलमूत्र त्याग कर उत्तर या दक्षिण दिशा की ओर मुंह करके करें तो भी कार्य में सफलता मिलती है।
दक्षिण-पश्चिम में बैठने से समाज में प्रतिष्ठा व सम्मान बढ़ता है।
दक्षिण भागों में ऊंचे पोल, पाइप, बांस के डंडे लगाकर भी मातृपक्ष पैदा किया जा सकता है।
पूर्व-उत्तर में ऊंचाई हो, दक्षिण पश्चिम में समतल हो या नीचा हो तो बड़ी भारी मुसीबत आ खड़ी होती है। स्वास्थ्य खराब हो जाएगा। धन भी कर्ज में बदल जाएगा।
शनिवार को पीपल को मीठा पानी, मीठा चावल व तेल देने व छूने से धन लाभ होता है।