दिवाली के बाद से अब तक दिल्ली और उसके आसपास रहने वाले लोग वायु प्रदूषण (Pollution) से लगातार जूझ रहे हैं. आज भी दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) ‘बहुत खराब’ श्रेणी में हैं. ‘सफर इंडिया’ के मुताबिक दिल्ली एनसीआर की वायु गुणवत्ता 355 के पास है. हर साल सर्दियों की आहट के साथ ही दिल्ली एनसीआर में रहने वाले लोग प्रदूषण की चपेट में आ जाते हैं. इस दौरान पूरे दिल्ली-एनसीआर में पॉल्यूशन और जहरीली हवा उनकी सांसों पर भारी पड़ने लगती है.
दिल्ली में प्रदूषण को कम करने के लिए दिल्ली सरकार की ओर से ‘रेड लाइट ऑन गाड़ी ऑफ’ मुहिम के दूसरे चरण की शुरुआत कर दी गई है. दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने आईटीओ चौक पर पहुंचकर इसकी शुरुआत की . इस दौरन उन्होंने ट्रैफिक सिग्नल पर खड़े एक बाईक के चालक को फूल देते हुए उनसे यह गुजारिश की कि जब भी वे रेड लाइट पर गाड़ी खड़ी करें तो इंजन ऑफ कर लें.
इस दौरान गोपाल राय ने यह भी कहा कि कई सर्वे देखे गए हैं. इन सर्वे में यह पाया गया है कि राजधानी दिल्ली में जो वायु प्रदूषण है उसमें सिर्फ 30% प्रतिशत हिस्सा दिल्ली का है. उन्होंने कहा कि बाकी का हिस्सा यानि 70% प्रदूषण एनसीआर व अन्य राज्यों से दिल्ली में प्रेवश करता है.
इस बीच दिल्ली में प्रदूषण को कंट्रोल करने के लिए बॉर्डर पर ट्रकों को भी रोका जा रहा है. पुलिस की ओर से गैर जरूरी ट्रकों को टिकरी बॉर्डर पर रोका जा रहा है. बता दें कि दिल्ली सरकार की ओर से बुधवार को अन्य राज्यों से आने वाले सभी ट्रकों (आवश्यक वस्तुओं को छोड़कर) के 21 नवंबर तक दिल्ली में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने का आदेश जारी किया था.