नई दिल्ली: 22 जनवरी, 2024 का दिन रामभक्तों के लिए बहुत बड़ा दिन होने वाला है। पूरे विश्व में रामभक्त इस दिन का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। श्री राम मंदिर की यह तारीख़ देश में आगामी महीने में लगभग 50 हज़ार करोड़ से ज्यादा का व्यापार करेगी, 22 जनवरी को राम राज्य के साथ ही देश में 50 हजार करोड़ का कारोबार होगा। इस बारे में कनफ़ेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स ( कैट) के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि इससे यह सिद्ध होता है कि सनातन अर्थव्यवस्था की जड़ें भारत में बहुत गहरी हैं। इसी बीच आज कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया और खंडेलवाल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से आग्रह किया है कि 22 जनवरी को राम राज्य दिवस के रूप में घोषित किया जाए।
प्रवीन खंडेलवाल ने बताया कि कहा कि देश के सभी बाजारों में बड़ी मात्रा में श्री राम ध्वजा, श्री राम अंगवस्त्र सहित श्री राम के चित्र से अंकित मालाएं, लॉकेट, चाबी की रिंग, राम दरबार के चित्र, राम मंदिर के मॉडल के चित्र, सजावटी लटकनें , कड़े सहित अनेक प्रकार का सामान उपलब्ध है जिसकी भारी मांग देखने को मिलेगी. उन्होंने बताया कि श्री राम मंदिर के मॉडल की माँग बहुत अधिक है और यह मॉडल हार्डबोर्ड, पाइनवुड, लकड़ी आदि अन्य सामान से अलग अलग साइजों के तैयार किए जा रहे हैं। इन मॉडल को बनाने में बड़ी संख्या में महिलाओं को रोजगार मिल रहा है तो राज्यों में स्थानीय कारीगरों, कलाकारों एवं हाथ से काम करने वाले लोगों को भी बड़ा व्यापार मिल रहा है।