अयोध्या : रामनगरी में हाइवे से धर्मपथ के प्रवेशद्वार पर ही रथ पर सवार सूर्यदेव का बड़ा म्यूरल यानी भित्तिचित्र मिलेगा। राम नगरी में प्रवेश करते ही भगवान सूर्य देव के दर्शन होंगे। आगे बढ़ने पर सूर्य स्तंभ की लंबी कतार मिलेगी, जो सूर्य देव के प्रतीक चिह्न को प्रदर्शित कर रहे हैं। सूर्यवंशी प्रभु राम के प्रतीकों और चिह्नों से अयोध्या को सजाने का काम तेजी से चल रहा है। धर्मपथ पर फोर लेन के दोनों तरफ स्ट्रीट लाइट्स को भी तीर-धनुष के आकार की डिजाइन दी गई है।
प्रवेश द्वार पर बड़ा धनुष बनाया गया है। सरयू तट पर राम की पैड़ी और इसी से सटे लता मंगेशकर चौराहे पर लगी वीणा मन मोह लेती है। अयोध्या को गोरखपुर, आंबेडकर नगर, रायबरेली और सुल्तानपुर से जोड़ने वाले हाइवे पर बनने वाले एंट्री गेट का नामकरण भरत, हनुमान, लक्ष्मण, जटायू आदि पर किया गया है। धार्मिक कुंडों और सरोवरों को भी पर्यटन स्थल के तौर विकसित किया जा रहा है।
22 जनवरी को श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में प्रभु रामलला प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम की तैयारियों पर जिला प्रशासन और सरकार लगातार तैयारियां दुरुस्त कर रही है। सीएम योगी के निर्देश के बाद बुधवार को अयोध्या के कमिश्नर गौरव दयाल, डीएम नितीश कुमार, एडीजी लखनऊ जोन पीयूष मोर्डिया, आईजी अयोध्या रेंज प्रवीण कुमार, एसएसपी राजकरण अय्यर समेत आला अधिकारियों ने ट्रस्ट के पदाधिकारियों संग बैठक की। बैठक में वीवीआईपी मूवमेंट के लिए स्पेशल ट्रैफिक कॉरिडोर समेत यातायात संचालन को लेकर कई अहम विषयों पर विचार-विमर्श किया गया।
कमिश्नर गौरव दयाल ने बताया कि 22 जनवरी को प्राणप्रतिष्ठा कार्यक्रम में आगंतुकों के सिटिंग, मूवमेंट, स्टे समेत अन्य व्यवस्थाओं को लेकर ट्रस्ट के पदाधिकारियों के साथ बैठक हुई है। मुख्य कार्यक्रम में करीब 8 हजार आमंत्रित वीवीआईपी आएंगे। इसके अलावा संत समाज के करीब 5000 लोगों को बुलाया गया है। उनके आने-जाने और ठहरने के लिए व्यवस्था पर चर्चा की गई।
डीएम नितीश कुमार ने बताया कि अयोध्या आने वाले आगंतुकों के रहने के लिए 500 रिहाइशी भवनों को होम-स्टे चलाने के लिए रजिस्टर्ड किया गया है। इससे अयोध्या में होम स्टे के तौर पर श्रद्धालुओं व पर्यटकों के लिए होंगे करीब 2200 कमरे उपलब्ध होंगे। इन होम स्टे की बुकिंग होली अयोध्या नाम के ऐप से की जा सकेगी। यह ऐप गूगल प्ले से डाउनलोड किया जा सकता है। इस ऐप का संचालन अयोध्या विकास प्राधिकरण (एडीए) करता है। उन्होंने बताया कि 22 जनवरी को वीवीआईपी मूवमेंट के मद्देनजर स्पेशल कॉरिडोर का निर्माण किया जाएगा। यह कॉरिडोर अयोध्या एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन समेत अयोध्या के प्रमुख क्षेत्रों में बनाया जाएगा।
प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव की तैयारी की समीक्षा करने एडीजी जोन पीयूष मोर्डिया बुधवार को अयोध्या पहुंचे। उन्होंने कहा कि 22 जनवरी के प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम में क्यू आर कोड चेक करने के बाद ही प्रवेश मिल सकेगा। उन्होंने बताया कि अतिथियों को ट्रस्ट की ओर से जो निमंत्रण पत्र भेजा गया है उसमें क्यूआर कोड भी छपा हुआ है। क्यूआर कोड स्कैन करने पर अतिथि की पूरी डिटेल आ जाएगी। एडीजे के मुताबिक प्राण-प्रतिष्ठा में जो अतिथि आएंगे उन्हें किस रास्ते से पहुंचाया जाएगा। उनकी गाड़ी कहां पार्क होगी। इसका पूरा प्लान तैयार कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि ट्रस्ट की तरफ से 8 हजार अतिथियों के आने की जानकारी साझा की गई है।