अयोध्या: अयोध्या में 22 जनवरी को जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भव्य राम मंदिर में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान करेंगे। राम जन्मभूमि की चौबीसों घंटे अचूक सुरक्षा के लिए हाईटेक उपकरण लगाए गए हैं। हाईटेक गैजेट्स से जन्मभूमि पथ की निगरानी होगी। यहीं नहीं राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दिन सबको आने की इजाजत नहीं होगी। उस दिन सिर्फ उन लोगों को मंदिर क्षेत्र में आने दिया जाए जिनके पास राम मंदिर ट्रस्ट का निमंत्रण पत्र है।
जिनके पास आमंत्रण कार्ड ना हो या जिन्हें नहीं बुलाया गया हो, उन्हें अयोध्या में उस दिन प्रवेश नहीं करने की अनुमति नहीं होगी। आमंत्रित अतिथियों के अलावा आयोजन से जुड़े लोगों, सुरक्षा या दूसरे इंतजाम में ड्यूटी कर रहे स्टाफ को ही उस दिन एंट्री मिलेगी। आइए जानते हैं राम मंदिर में किन चीजों पर रोक है-
राम मंदिर में प्रवेश करने वालों को मोबाइल, पर्स, कोई भी गैजेट्स जैसे ईयर फोन, रिमोट वाली चाबी ले जा सकेंगे। इसके साथ ही बड़े संतजनों का छत्र, बंवर, झोली, निजी पूजा के लिए ठाकुर जी, सिंहासन, गुरु पादुकाएं भी कार्यक्रम स्थल पर ले जाना प्रति्बंधित है। ऐसे समानों को जमा करने लॉकर बनवाए गए है जहां श्रद्धालु अपना समान रख सकेगा।
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में आने वाले अतिथियों को 22 जनवरी को कार्यक्रम स्थल पर सुबह 11 बजे से पहले एंट्री हो्गी। सुरक्षा के लिहाज से अगर किसी संत महापुरुष के साथ कोई सुरक्षाकर्मी होंगे तो वो भी कार्यक्रम स्थल से बाहर ही रहेंगे। ट्रस्ट से मिले निमंत्रण पत्र पर जिसका नाम का है सिर्फ उसे ही मंदिर में प्रवेश की अनुमति होगी। राम मंदिर में मुख्य यजमान पीएम नरेंद्र मोदी के मंदिर परिसर से चले जाने के बाद ही संतजनों को राम लला के दर्शन की अनुमति होगी।
राम मंदिर उद्घाटन में भारतीय परंपरा अनुसार कपड़े पहनकर जा सकते हैं। पुरुष धोती, गमछा, कुर्ता-पजामा और महिलाएं सलवार सूट या साड़ी में जा सकती हैं, हालांकि इसको लेकर राम मंदिर ट्रस्ट से कोई ड्रेस कोड लागू नहीं किया गया है।