पटना: बिहार के चर्चित नौकरी के बदले जमीन घोटाले में लालू प्रसाद यादव की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं. प्रवर्तन निदेशालय ने नई चार्जशीट दाखिल की है. ईडी ने इस मामले में राबड़ी देवी, मीसा भारती, हिमा यादव, अमित कात्याल और ह्रदयानंद चौधरी का नाम शामिल किया है. आरोप है कि रेल मंत्री रहते हुए लालू प्रसाद यादव ने रेलवे में नौकरी देने के बदले लोगों से उनकी जमीन अपने और अपने परिजनों के नाम लिखवाई थी. कोर्ट इस मामले में 16 जनवरी को सुनवाई करेगा.
जांच एजेंसी पहले ही इस मामले में लालू प्रसाद यादव समेत 17 लोगों के खिलाफ जांच कर रही है. हालांकि राबड़ी देवी और उनके बेटे तेजस्वी यादव पहले से ही इस मामले में दोषी ठहराए गए हैं. इस मामले में 6 जनवरी को सुनवाई होनी थी. लेकिन लालू यादव, राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव कोर्ट में पेश नहीं हुए. तीनों ने ही कोर्ट में पेश होने से छूट मांगी थी.
मंगलवार को ईडी ने राउज एवेन्यू कोर्ट में एक नई चार्जशीट दाखिल करते हुए नौकरी के बदले जमीन धनशोधन मामले में राबड़ी देवी और मासी भारती के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है. जानकारी के अनुसार इस चार्जशीट में हिमा यादव, ह्रदयानंद चौधरी और अमित कात्याल के नाम भी शामिल हैं. कोर्ट ईटी की इस चार्जशीट पर 16 जनवरी को सुनवाई करेगा.
जांच एजेंसी का कहना है कि लालू प्रसाद यादव ने पहले तो लोगों को रेलवे में ग्रुप डी के पदों पर अस्थाई नौकरी थी. जब नौकरी पाए लोगों ने उन्हें जमीन, मकान या प्लॉट दिए तो इन्हें नियमित कर दिया गया.