मुंबई: महाराष्ट्र (Maharashtra News) में सियासी बवाल होते हुए अक्सर कई घटनाएं सामने आती रहती है। फिर एक बार महाराष्ट्र की राजनीति (Maharashtra Politics) में कुछ ऐसा होने जा रहा है। जी हां विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर (Assembly Speaker Rahul Narvekar) द्वारा शिवसेना विधायक अयोग्यता परिणाम (Shiv Sena MLA Disqualification) की घोषणा के बाद आज यानी मंगलवार 16 जनवरी को ठाकरे समूह के प्रमुख उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की है। अब इस प्रेस कॉन्फ्रेंस पर पूरे महाराष्ट्र की नजर है। यह देखना दिलचस्प होगा कि फैसले के बाद गुस्साए उद्धव ठाकरे किस पर अपनी बातों से हमला बोलते है।
क्यों पड़ी प्रेस कन्फ्रेंस की जरूरत
मिली जानकारी के मुताबिक, प्रेस कॉन्फ्रेंस एक तरह से ‘जनता की अदालत’ होगी। ‘सच सुनो और सोचो!’ इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के बारे में ठाकरे ग्रुप यही कह रहा है। ऐसे में अब सवाल उठ रहे है कि आखिर में यह प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित करने का समय ही क्यों है? क्या होगा इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में किसी सीक्रेट का धमाका? प्रेस कॉन्फ्रेंस में उद्धव ठाकरे के साथ कौन होगा?
क्या होगा बड़ा खुलासा
जैसा की हमने आपको बताया शिवसेना विधायक अयोग्यता मामले में विधानसभा अध्यक्ष के फैसले के खिलाफ आज उद्धव ठाकरे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। मिली जानकारी के मुताबिक, ये प्रेस कॉन्फ्रेंस आज शाम 4 बजे वर्ली डोम के एक बड़े हॉल में होगी। जी हां इसमें बताया गया है कि विधानसभा अध्यक्ष द्वारा दिए गए फैसले के बाद उद्धव ठाकरे कुछ अहम खुलासे करेंगे।
शामिल होंगे कानूनी विशेषज्ञ
मिली जानकारी के मुताबिक, इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में उद्धव ठाकरे के साथ कानूनी विशेषज्ञों को भी बुलाया गया था। इसलिए, शिवसेना ठाकरे समूह की पार्टी ने कहा है कि आज की प्रेस कॉन्फ्रेंस एक तरह से जनता की अदालत होगी। इस बीच इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में कार्यकर्ता और आम जनता भी शामिल हो सकेगी।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में क्या होगा
जानकारी के लिए आपको बता दें कि इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्य रूप से विधानसभा अध्यक्ष द्वारा दिये गये फैसले के खिलाफ मुद्दे उठाये जायेंगे। इसी तरह 2018 में शिवसेना पार्टी के संविधान में बदलाव की जानकारी एक बार फिर से ठाकरे गुट की ओर से सामने रखी जाएगी। इसी तरह इस बात का भी सबूत दिया जाएगा कि इन सबकी कॉपी चुनाव आयोग को भेज दी गई है।
बताया गया है कि इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे के बाद शिवसेना पार्टी प्रमुख के अधिकार, 2013 में उद्धव ठाकरे के शिवसेना पार्टी प्रमुख चुने जाने के प्रमाण पत्र और सबूत दिए जाएंगे। ज्ञात हो कि इसके साथ ही 2013 में विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर भी इसी शिवसेना पार्टी में थे और इस पार्टी प्रमुख चुनाव के दौरान उनकी मौजूदगी का सबूत भी दिखाया जाएगा।
2012 से 2022 के बीच हुई प्रतिनिधि सभाओं और राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठकों के वीडियो भी दिखाए जाएंगे। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में शिवसेना पार्टी के संविधान में बदलाव, पार्टी प्रमुख के अधिकारों पर विस्तार से चर्चा की जाएगी। ऐसे में अब यह देखना होगा कि यह प्रेस कॉन्फ्रेंस उद्धव ठाकरे को शिव सेना वापस दिलाने में कितनी मदद करती है।