भोपाल : मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पाकिस्तान को दो-टूक संदेश दिया है। उनके अखंड भारत संबंधी बयान पर आई पाकिस्तान की आपत्ति पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि किसी की आपत्ति करने से सांस्कृतिक तौर पर अखंड भारत का सपना खत्म नहीं होगा।
अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा को लेकर डॉ. मोहन यादव ने दो दिन पहले भोपाल में कहा था कि प्राण-प्रतिष्ठा यानी भगवान राम के प्राकट्य का एक पहला चरण पूरा हो रहा है। सौभाग्य की बात है कि 1990-92 के समय से 30-32 साल का संघर्ष रहा है। वैसे तो 500 साल से हमारी कई-कई पीढ़ियां इसी बात को लेकर खप गई कि हमारे आराध्य प्रभु श्री राम का जो मंदिर दुश्मनों की आंखों में कांटा बनकर खटकता था, सम्राट विक्रमादित्य ने बनाया था। काल के आरोह-अवरोह में ऐसा होता है। कभी समय अच्छा आता है, तो हमारा समय खराब आया था।
उस दौरान आतताइयों ने हमारे धर्म पर हमले किए। यह उसी तरह हुआ जैसे 1947 में हमारे हाथ से सिंध का जाना हुआ। पंजाब का बंटना हुआ। पाकिस्तान का बनना हुआ। हिंदुस्तान का खंडित होना हुआ। परमात्मा चाहेगा तो कल नहीं तो परसो अखंड भारत फिर साकार होगा। सिंध, पंजाब और अफगानिस्तान तक हमारा भारत फिर अखंड होगा। हमारी सबकी कामना है कि ननकाना साहिब हमारी आंखों के सामने हो। भगवान राम के मंदिर का बनना अखंड भारत की ओर एक बड़ा कदम हो, यह हम सभी की इच्छा है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने टिप्पणी जारी कर कहा है कि भारत में हिंदुत्व विचारधारा का उभार धार्मिक सद्भाव और क्षेत्रीय शांति के लिए खतरा पैदा कर रहा है। भारत के दो प्रमुख राज्यों उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्रियों ने ऑन रिकॉर्ड कहा है कि बाबरी मस्जिद का विध्वंस या राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा पाकिस्तान के हिस्सों पर फिर से कब्जा करने की ओर पहला कदम है।