नई दिल्ली: 10 अगस्त का वो दिन.. ये वो दिन था जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में करीब 2 घंटे 13 मिनट का लंबा भाषण दिया था. इस भाषण को करीब 6 महीने का समय हुआ है. इस भाषण में पीएम मोदी ने शेयर बाजार में निवेश करने वाले लोगों को सरकारी शेयरों में निवेश करने की सलाह दी थी.इसे पीएम मोदी की गारंटी ही कहा जा सकता है क्योंकि सरकारी शेयरों के आंकड़ें कुछ ऐसी ही गवाही दे रहे है.
बीते 6 महीनों के आंकड़ों को देखे तो सरकारी शेयरों में ताबड़तोड़ तेजी दर्ज की गई है. ऐसे-ऐसे शेयरों ने जबरदस्त रिटर्न दिया है जिनको कोई पूछता भी नहीं था. पीएम मोदी ने भी कहा था कि जिन सरकारी कंपनियों को लोग कहते हैं कि बंद हो जाएगी. आप उनमें निवेश करना शुरु कर दो. आप मालामाल हो जाएंगे. विपक्ष को घेरते हुए कहा पीएम ने कहा था. कि जिन सरकारी शेयरों पर विपक्ष सवाल उठाता है आप उनमें निवेश करना शुरु कर दो.
पीएम मोदी ने अपने इस लंबे भाषण में जिन सरकारी कंपनियों का नाम लिया था. उनमें देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी एलआईसी और एचएएल शामिल थी. अब आपको दिखाते हैं कि बीते 6 महीने में इन दो सरकारी शेयरों का क्या हुआ. सबसे पहले बात एलआईसी की. एलाईसी का शेयर 6 महीने पहले केवल 655 रुपए का था जो अब 1029 रुपए पर आ पहुंचा है. यानी 6 महीने में 57 फीसदी का ताबड़तोड़ रिटर्न.
दूसरी कंपनी थी हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड. इस कंपनी ने भी बीते 6 महीने में निवेशकों को 56.37 फीसदी की तगड़ा रिटर्न दिया है. 6 महीने पहले इस सरकारी कंपनी के शेयर की कीमत 1876 रुपए के करीब थी जो अब बढ़कर 2933 रुपए तक जा पहुंची है. मतलब एक शेयर से निवेशकों को 1000 रुपए से ज्यादा का फायदा मिला है. अगर ऐसे में जिस निवेशक ने इस शेयर में लाख रुपए लगाए होंगे वो आज मालामाल हो चुके है.
एलआईसी और एचएएल के अलावा एक दो नहीं करीब 56 ऐसी सरकारी कंपनियां है जो बीते 6 महीनों में 66 फीसदी तक भागी है. इस दौरान इन शेयरों से निवेशकों को 23,7 लाख करोड़ की ताबड़तोड़ कमाई हुई है. इस दौरान एनबीसीसी जैसे शेयर ने भी निवेशकों को मालामाल कर दिया है. एनबीसीसी जैसे शेयर ने भी इस दौरान निवेशकों को 232 फीसदी का तगड़ा रिटर्न दिया है. 6 महीने पहले इस शेयर की कीमत केवल 48 रुपए की थी. जो अबतक 160 रुपए के पार पहुंच चुकी है. इनके अलावा जिन कंपनियों ने निवेशकों को मालामाल किया है. उनकी लंबी चौड़ी फेहरिस्त है. इनमें आईसी, रेल विकास निगम, एमएमटीसी, एनडीएमसी, सेंट्रल बैंक, यूको बैंक, इरकॉन, एनएचपीसी समेत 56 कंपनियां शामिल है.