तेल अवीव : हमास की गुजारिश के बावजूद इजरायल ने संघर्ष विराम से साफ इनकार कर दिया है। इजरायल का कहना है कि गाजा में जीत अब उसकी मुट्ठी में है। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बुधवार को संघर्ष विराम और बंधकों को छोड़ने संबंधी समझौते के लिए हमास की शर्तों को खारिज कर दिया। नेतन्याहू ने शर्तों को ”भ्रामक” बताया और कहा कि गाजा पर हमास के नियंत्रण को समाप्त करने तक युद्ध जारी रहेगा। उन्होंने ”पूर्ण विजय” प्राप्त होने तक हमास के खिलाफ युद्ध लड़ने का संकल्प जताया।
नेतन्याहू ने अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन से मुलाकात के तुरंत बाद यह टिप्पणी की। ब्लिंकन संघर्ष विराम समझौते की उम्मीद में क्षेत्र की यात्रा कर रहे हैं। नेतन्याहू ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ”हमास की भ्रामक मांगों के सामने आत्मसमर्पण करने से बंधकों को मुक्त नहीं कराया जा सकेगा, बल्कि यह एक और नरसंहार को आमंत्रित करेगा।” उन्होंने कहा, ”हम पूरी तरह से जीत की ओर बढ़ रहे हैं।”
नेतन्याहू ने हमास को खत्म करने की कसम को दोहराते हुए कहा कि इजरायल के पास उसके (हमास) सर्वनाश के अलावा कोई विकल्प नहीं है। उन्होंने कहा, “आज नहीं तो कल, कल नहीं तो परसों… हमास के सभी लोगों को खत्म किया जाएगा।” उन्होंने जोर देते हुए कहा कि हमास के खिलाफ पूर्ण जीत ही गाजा लड़ाई का एकमात्र समाधान है।
इजरायल और फिलिस्तीन के गाजा पर नियंत्रण रखने वाले संगठन हमास के बीच पिछले साल अक्टूबर से जंग छिड़ी है। इस दौरान हजारों लोग मारे गए हैं। इस बीच हमास ने तीन चरणों वाले युद्धविराम का प्रस्ताव सौंपा रखा है। रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, हमास ने यह प्रस्ताव पिछले सप्ताह क़तर और मिस्र के मध्यस्थों द्वारा भेजे गए प्रस्ताव के जवाब में भेजा है।
हमास के जवाबी प्रस्ताव के अनुसार, पहले चरण के 45 दिनों के दौरान इजरायली जेलों में बंद सभी फिलीस्तीनी महिलाओं और बच्चों की रिहाई के बदले हमास सभी इजरायली महिला बंधकों, 19 वर्ष से कम उम्र के पुरुषों, बुजुर्गों और बीमारों को रिहा करेगा। दूसरे चरण के दौरान शेष पुरुष बंधकों को मुक्त कर दिया जाएगा, और तीसरे चरण में लड़ाई में मारे गए लोगों के अवशेषों का आदान-प्रदान किया जाएगा। प्रस्तावों के मुताबिक, हमास ने उम्मीद जताई है कि सीजफायर के तीसरे चरण के अंत तक दोनों पक्ष युद्ध की समाप्ति से जुड़े एक समझौते पर पहुँच जाएंगे।