शिवपुरी (Shivpuri)। गुना शिवपुरी (Guna Shivpuri) के भाजपा सांसद केपी यादव गुना-शिवपुरी संसदीय क्षेत्र में ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) के खेल महोत्सव (sports festival) के जवाब में त्रि-दिवसीय सांस्कृतिक महोत्सव करा रहे हैं। केपी यादव सांसद त्रि-दिवसीय संस्कृति महोत्सव का आयोजन 11 से 13 फरवरी के बीच करा रहे हैं। अयोध्या धाम में भगवान श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा के उपलक्ष्य में यह कार्यक्रम आयोजन हो रहा है। इस तीन दिवसीय सांस्कृतिक महोत्सव के दौरान शिवपुरी, गुना और अशोकनगर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे जिसमें 11 फरवरी को को मुंगावली और अशोकनगर में जबकि 12 फरवरी को पिछोर और शिवपुरी में जबकि 13 फरवरी को गुना में सांस्कृतिक महोत्सव के अंतर्गत कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। प्रसिद्ध गायक अजय भाई के द्वारा इसमें सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी जाएगी।
ज्योतिरादित्य के खेल महोत्सव का जवाब-
ऐसा माना जा रहा है कि ज्योतिरादित्य के खेल महोत्सव का जवाब देने के लिए केपी यादव यह सांस्कृतिक महोत्सव करा रहे हैं। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने पुराने संसदीय क्षेत्र गुना, शिवपुरी और अशोकनगर में खेल महोत्सव के जरिए अपनी सक्रियता बढ़ाई तो इसका जवाब देने के लिए केपी यादव ने भी अब सांस्कृतिक महोत्सव का आयोजन कर रहे हैं। पिछले दिनों अपने चार दिवसीय दौरे के दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया ने विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लिया। यहां पर खेल महोत्सव का आयोजन किया गया जिसमें स्थानीय खिलाड़ियों के लिए कई प्रतियोगिताएं रखी गई और इसमें पुरस्कार वितरण भी किया गया।
इस खेल महोत्सव के जरिए ऐसा माना जा रहा है कि अब आने वाले लोकसभा चुनाव में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने क्षेत्र से लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं। हालांकि इस बारे में अभी ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने पत्ते नहीं खोले हैं। शिवपुरी में पत्रकारों से चर्चा में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने यह अवश्य कहा था कि जैसा पार्टी निर्देश देगी उसका पालन करेंगे। लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिया की अचानक बड़ी सक्रियता के बाद कुछ राजनीतिक जानकारों का कहना है कि सिंधिया अपने पुराने संसदीय क्षेत्र को छोड़ना नहीं चाहते हैं इसलिए आने वाले लोकसभा चुनाव में वह इस सीट भाजपा के टिकट पर मैदान में उतर सकते हैं।
कौन लड़ेगा चुनाव अंतिम फैसला पार्टी हाईकमान करेगा-
वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा प्रत्याशी केपी यादव ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को सवा लाख मतों से हरा दिया था। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में सिंधिया कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर मैदान में उतरे थे। इस हार से ज्योतिरादित्य सिंधिया को करारा झटका लगा था और मार्च 2020 में उन्होंने कांग्रेस का दामन छोड़कर भाजपा में चले गए और मध्य प्रदेश में सत्ता परिवर्तन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसके बाद वह भाजपा में लगातार सक्रिय बने हुए हैं और अब 2024 के लोकसभा चुनाव में ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि आने वाले लोकसभा चुनाव में अपने पुराने संसदीय गुना-शिवपुरी संसदीय क्षेत्र से वह चुनाव लड़ सकते हैं। हालांकि इस बारे में अंतिम फैसला दिल्ली से पार्टी हाई कमान ही करेगा।