नई दिल्ली: आजकल की इस भागदौड़ भरी जिंदगी में, कई बार हम अपने खान पान पर ध्यान नहीं दे पाते हैं। व्यस्तता के चलते कई बार हम खाने का सही समय भूल जाते हैं। कई बार तो हम रात देर तक काम में इतने व्यस्त हो जाते हैं कि खाना भी देर से खाते हैं। मगर क्या आपको पता है, हमारा ये रवैया हमारे दिल के लिए बड़ा खतरा हो सकता है? हाल ही में हुई एक रिसर्च के मुताबिक, ऐसा करने से हमारे अंदर हार्ट अटैक का खतरा बढ़ सकता है। तो आइए जानते कैसे समय पर खाना न खाने से हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है..
दरअसल, स्वस्थ्य से जुड़े कई एक्सपर्ट्स का कहना है कि, जब भी हम देर रात को खाना खाते हैं, तो हमारे शरीर की बायोलॉजिकल क्लॉक प्रभावित होती है। जिसके चलते हमारे पाचन तंत्र पर बड़ा असर पड़ता है। इसके वजह से हमारे दिल पर भी ख़ासा जोर पड़ता है। खासतौर पर, जब हम सोने से ठीक पहले भोजन करते हैं, ऐसे में हमारा शरीर खाने को ठीक से डाइजेस्ट नहीं कर पाता, जिससे हमारे खून में शुगर का स्तर बढ़ सकता है। यह स्थिति हमारे दिल पर बुरा असर डाल सकती है।
हार्ट अटैक का खतरा
ऐसे स्थिति में एक्सपर्ट्स की मानें तो हमें अपने खाने के समय का खास ध्यान रखना चाहिए। उनके हिसाब से हमें देर रात के भोजन से खुद को बचाना चाहिए और सोने से कम से कम तीन घंटे पहले हमे खाना खा लेना चाहिए। इससे हमारा शरीर खाने को अच्छे से पचा पाएगा और हमारा दिल भी स्वस्थ रहेगा। साथ ही, यह भी महत्वपूर्ण है कि हम अपनी खान पान में स्वस्थ खाने की आदतें शामिल जरूर करें। हमे अपनी डाइट में ताजे फल और सब्जियां, पूरे अनाज और लीन प्रोटीन जैसे स्वस्थ विकल्पों का चुनाव करके, हम न केवल अपने दिल को स्वस्थ रख सकते हैं, बल्कि एक स्वस्थ लाइफस्टाइल की ओर भी कदम बढ़ा सकते हैं।
सही समय पर न खाने से इन बीमारियों का बढ़ जाता है खतरा
मोटापा: देर रात को खाने से अधिक कैलोरी का सेवन होता है, जो नहीं जल पाती और वजन बढ़ाती है।
टाइप 2 डायबिटीज: देर से खाना खाने से शुगर का स्तर असंतुलित हो सकता है, जिससे डायबिटीज का खतरा बढ़ता है।
हृदय रोग: देर रात को भोजन करने से शरीर में इंसुलिन का स्तर बढ़ता है, जो हृदय रोगों का कारण बन सकता है।
नींद न आने की समस्या: देर रात में भारी भोजन करने से नींद में परेशानी होती है, जिससे नींद न आने की समस्या हो सकती है।
पाचन संबंधी विकार: देर रात खाने से एसिडिटी, गैस्ट्रोइसोफेजियल रिफ्लक्स डिजीज (GERD) जैसी पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
चयापचय सिंड्रोम: अनियमित खानपान की आदतें चयापचय सिंड्रोम का कारण बन सकती हैं, जिसमें उच्च रक्तचाप, उच्च शुगर लेवल, असामान्य कोलेस्ट्रॉल लेवल और अतिरिक्त शरीर की चर्बी शामिल है।