लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के चौथे संस्करण के उद्घाटन समारोह को संबोधित किया। इस दौरान प्रधानमंत्री ने रिमोट का बटन दबाकर 10 लाख करोड़ रुपए से अधिक की 14 हजार से ज्यादा परियोजनाओं का शुभारंभ किया। उन्होंने चलचित्र के माध्यम से बदलते उत्तर प्रदेश की झलक भी देखी।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने कुछ ही दिन पहले किसानों के मसीहा चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न प्रदान किया है। दुर्भाग्य से ये बात कांग्रेस और उसके सहयोगियों को समझ में नहीं आती। कांग्रेस के लोग भारत रत्न पर एक ही परिवार का हक समझते हैं। दशकों तक बाबा साहब को भारत रत्न नहीं दिया गया। ये लोग केवल अपने परिवार को भारत रत्न देते रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने फूड प्रोसेसिंग से जुड़े उद्यमियों का आह्वान किया कि उन्हें संकल्प लेना चाहिए कि दुनिया के हर डायनिंग टेबल पर मेक इंन इंडिया का प्रोडक्ट जरूर होना चाहिए। उन्होंने कहा कि मिलेट्स को लेकर नया ट्रेंड देखने को मिल रहा है। इस सुपर फूड में इन्वेस्टमेंट का अच्छा अवसर है। सरकार छोटे-छोटे किसानों को बाजार की बड़ी ताकत बनाना चाहती है। जितना फायदा किसान और मिट्टी को होगा, उतना ही फायदा फूड प्रॉसेसिंग से जुड़े उद्यम को भी होगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश में हजारों प्रोजेक्ट पर काम शुरू हो रहा है। ये उद्योग यूपी की तस्वीर बदलने वाले हैं। उत्तर प्रदेश में बीते सात साल में रेड टेप कल्चर को खत्म करके रेड कार्पेट कल्चर का माहौल बना है। यूपी में ना केवल क्राइम कम हुआ है, बल्कि बिजनेस कल्चर का विस्तार भी हुआ है। बीते सात साल में यूपी में व्यापार, विकास और विश्वास का माहौल बना है। यहां आए सभी निवेशकों के बीच आशावाद दिख रहा है। डबल इंजन सरकार ने दिखाया है कि अगर बदलाव की सच्ची नीयत है तो उसे कोई रोक नहीं सकता। बीते कुछ वर्षों में यूपी से होने वाला एक्सपोर्ट दोगुना हो चुका है। यूपी वो राज्य है, जहां देश में सबसे ज्यादा एक्सप्रेसवे हैं। यहां सबसे ज्यादा इंटरनेशनल एयरपोर्ट हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत को लेकर पूरी दुनिया में अभूतपूर्व पॉजिटिविटी दिख रही है। पीएम मोदी ने कतर और यूएई की यात्रा का जिक्र करते हुए बताया कि हर देश भारत के विकास को लेकर आश्वस्त और भरोसे से भरा हुआ है। पूरी दुनिया भारत को बेहतर रिटर्न की गारंटी मान रही है। देश में जिस प्रकार की सोच आजादी के बाद से अनेक दशकों तक रही है, उस पर चलते हुए ये परिवर्तन संभव ही नहीं था। तब की सरकारों की सोच थी कि देश के नागरिकों का जैसे-तैसे गुजारा कराओ। उन्हें हर मूलभूत सुविधा के लिए तरसा के रखो। पहले की सरकारें केवल चुनिंदा शहरों में अवसर उपलब्ध कराती थीं, जिसके कारण देश का बड़ा हिस्सा विकास से वंचित रह गया। डबल इंजन सरकार ने पुरानी राजनीतिक सोच को बदलकर रख दिया है। हम हर नागरिक के जीवन को आसान बनाने में जुटे हैं। जीवन आसान होगा तो निवेश और कारोबार करना भी आसान होगा।
उन्होंने कहा कि सरकार जब अपनी तरफ से लाभार्थियों को लाभ पहुंचाती है, तो यही सच्चे अर्थ में सामाजिक न्याय और सच्चा सेक्युलरिज्म होता है। पहले भ्रष्टाचार और भेदभाव के चलते लोगों को योजनाओं का लाभ पाने के लिए लंबी लाइन लगानी होती थी। एक दफ्तर से दूसरे दफ्तर में दौड़ना होता था। मोदी की गारंटी है कि जब तक हर लाभार्थी को उसका हक नहीं मिलता, हमारी सरकार शांत नहीं बैठेगी। यही वो सामाजिक न्याय है, जिसका सपना जेपी और लोहिया ने देखा था।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार की योजनाएं सामाजिक न्याय और अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करती हैं। उन्होंने काशी की चर्चा करते हुए कहा कि वहां का सांसद होने के नाते काशी के लकड़ी के खिलौनों को हमेशा प्रमोट करता हूं। भारत में खिलौना कारोबार की बहुत समृद्ध परंपरा रही है। उत्तर प्रदेश में पर्यटन हब बनने का सामर्थ्य है। लाखों लोग काशी और अयोध्या आ रहे हैं। टूरिज्म सेक्टर से जुड़े उद्योगों के लिए ये सुनहरा अवसर है।
उन्होंने कहा कि 2025 में यूपी में कुंभ का आयोजन होगा, ये यूपी की अर्थव्यवस्था के लिए बहुत महत्वपूर्ण अवसर होगा। इससे पहले प्रधानमंत्री ने यहां आयोजित विभिन्न उद्योग समूहों की ओर से लगाई गई प्रदर्शनी का शुभारंभ और अवलोकन किया। इस दौरान उनके साथ रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे।