मुम्बई : देश के दो बड़े शहरों में पॉड टैक्सी चलेगी। इसमें करीब 8 यात्री बैठ सकते हैं और 13 लोग खड़े रहकर सफर कर सकते हैं. हालांकि, महाराष्ट्र में चलने वाली पॉड टैक्सी में एक बार में 6 लोगों यात्रा कर सकेंगे. पॉड टैक्सी का पूरा सिस्टम बिजली से चलता है, जो प्रदूषण को कंट्रोल करने के साथ यातायात दुर्घटनाओं को कम करने में भी मदद करेंगा।
दरअसल, बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स तक लोगों की आवाजाही को बेहतर बनाने के लिए महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे सरकार आने वाले दिनों में जल्द ही पॉड टैक्सी सर्विस शुरू करने वाली है. इससे बीकेसी से ट्रैवल करने वाले लोगों के लिए सफर काफी आसान हो जाएगा. मुंबई महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण (MMRDA) के अप्रूवल के साथ ही मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इस प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी है।
ये पॉड टैक्सी बांद्रा और कुर्ला के रेलवे स्टेशन के बीच 8.8 किलोमीटर लंबे रूट पर चलेगी. इस रूट पर कुल 38 स्टॉप्स होंगे. एक पॉड टैक्सी में कुल 6 यात्री सवार हो सकेंगे. वहीं मैक्सिमम स्पीड 40kmph की होगी. आमतौर पर बांद्रा से बीकेसी और कुर्ला स्टेशन से बीकेसी आने जाने में करीब 45 मिनट का समय लगता है. प्रोजेक्ट का निर्माण पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मॉडल के तहत होगा. इससे सभी नागरिकों को खास कर उन कर्मचारियों को फायदा होगा जो बीकेसी के लोकेशन पर प्राइवेट सरकारी संस्थान में काम करते हैं।
पॉड टैक्सी रोड और रेल ट्रांसपोर्ट का हाइब्रिड मोड होती है जो ड्राइवरलेस सिस्टम से ऑपरेट किए जाते हैं और बताए गए या सेव किए रूट्स के अनुसार चलते है. पर्यावरण के लिहाज से भी पॉड टैक्सी काफी बेहतर है. पॉड टैक्सी के तहत मुसाफिरों को हवाई टैक्सी की सेवा दी जाएगी. इस प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद लोग बिना किसी बाधा के कम समय में ये सफर तय कर सकेंगे.
रोजाना बीकेसी में करीब 6.50 लाख लोग ट्रैवल करते हैं, जिनकी तादाद देखते हुए बांद्रा और कुर्ला में मौजूद बस सेवा, काली पीली टैक्सी, रिक्शा, प्राइवेट बसें सभी मोड ऑफ ट्रांसपोर्टेशन विफल हो जाते है. माना जा रहा है कि पॉड टैक्सी की शुरुआत के साथ लोगों को इस भीड़भाड़ और ट्रैफिक से निजात मिलेगी और उनका सफर आसान और सुविधाजनक होगा।