नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को भूटान के दौरे पर जाएंगे। पीएम मोदी यहां भूटान के राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक और प्रधानमंत्री शेरिंग टोबगे के साथ बातचीत करेंगे। पीएम मोदी की यात्रा से द्विपक्षीय संबंधों को मजबूती मिलने की संभावना है।
रिपोर्ट के अनुसार, पीएम मोदी 21-22 मार्च 2024 के दौरान भूटान की यात्रा करेंगे। उनकी यह यात्रा भारत-भूटान के बीच नियमित रूप से होने वाली उच्चस्तरीय आदान-प्रदान की परंपरा और सरकार की ‘नेबरहुड फर्स्ट नीति’ पर जोर देने की कवायद के अनुरूप है।
विदेश मंत्रालय की विज्ञप्ति के अनुसार, भारत-भूटान स्थायी तौर पर साझेदार हैं, जो आपसी विश्वास, समझ और सद्भावना पर आधारित है। हमारी साझी आध्यात्मिक विरासत और दोनों देशों के लोगों के बीच मधुर संबंध हमारे असाधारण संबंधों में घनिष्ठता एवं जीवंतता का समावेश करते हैं।
विदेश मंत्रालय ने कहा, ”यह यात्रा दोनों पक्षों को पारस्परिक हित के द्विपक्षीय एवं क्षेत्रीय मामलों पर विचारों का आदान-प्रदान करने, दोनों देशों के लोगों के फायदे के लिए हमारी अनुकरणीय साझेदारी को विस्तारित एवं मजबूत करने के तौर-तरीकों पर विचार-विमर्श करने का अवसर प्रदान करेगी।”
भारत की ‘नेबरहुड फर्स्ट नीति’ पड़ोसी देशों के साथ संबंध मजबूत करने के सिद्धांत पर आधारित है। इन देशों में अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, मालदीव, म्यांमार, नेपाल, पाकिस्तान और श्रीलंका शामिल हैं। विदेश मंत्रालय के अनुसार, इस नीति का उद्देश्य अन्य बातों के साथ-साथ पूरे क्षेत्र में भौतिक, डिजिटल और लोगों से लोगों की कनेक्टिविटी बढ़ाने के साथ-साथ व्यापार को बढ़ाना है।
बता दें कि शेरिंग टोबगे ने इस साल जनवरी में प्रधानमंत्री का पदभार ग्रहण किया था। इसके बाद उन्होंने अपनी पहली विदेश यात्रा के दौरान (14-18 मार्च) भारत का ही दौरा किया। टोबगे के निमंत्रण पर पीएम मोदी भूटना की यात्रा करने वाले हैं।