नई दिल्ली : रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने एक अप्रैल से शुरू हो रहे नए वित्त वर्ष 2024-25 (New financial year 2024-25) के लिए मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की दो महीने पर होने वाली समीक्षा बैठकों के कार्यक्रम की घोषणा कर दी है। नये वित्त वर्ष में पहली एमपीसी बैठक 3 से 5 अप्रैल तक चलेगी।
रिजर्व बैंक ने बुधवार को ‘एक्स’ पोस्ट पर जारी एक आधिकारिक बयान में कहा कि नए वित्त वर्ष 2024-25 में मौद्रिक नीति समिति की पहली समीक्षा बैठक तीन से लेकर पांच अप्रैल तक होगी। अगली बैठक पांच जून को शुरू होगी, जबकि मौद्रिक समीक्षा की घोषणा 7 जून को होगी। इसके बाद अगली बैठक छह से आठ अगस्त, फिर सात से नौ अक्टूबर, उसके बाद चार से छह दिसंबर और अंतिम एमपीसी बैठक फरवरी में होगी, जो पांच से सात फरवरी को होगी।
आरबीआई गवर्नर की अध्यक्षता में चलने वाली मौद्रिक नीति समिति की बैठक में सदस्य समीक्षा बैठक के पहले दो दिन तक मौद्रिक नीति से जुड़े विभिन्न विषयों पर विचार-विमर्श करते हैं। इसके बाद संबंधित क्षेत्रों के विशेषज्ञ अपनी बातें रखते हैं। छह सदस्यीय समिति के सदस्य बैठक के तीसरे दिन एक प्रस्ताव पर मतदान करते हैं। इसके बाद आरबीआई गवर्नर मतदान पूरा होने के बाद बैठक के नतीजों की घोषणा करते हैं। आरबीआई गवर्नर की अध्यक्षता वाले छह सदस्यीय एमपीसी में तीन बाहरी सदस्य होते हैं, जबकि गवर्नर सहित तीन सदस्य रिजर्व बैंक के होते हैं।