मौसम विभाग ने अप्रैल से जून के बीच भीषण गर्मी और हीटवेव (लू) चलने का अनुमान व्यक्त किया है. मौसम विभाग का मानना है कि भीषण गर्मी का असर मध्य और पश्चिम भागों पर सबसे बुरा प्रभाव देखने को मिल सकता है. राजस्थान, मध्य प्रदेश, ओडिशा, उत्तरी छत्तीसगढ़, गुजरात, मध्य महाराष्ट्र, उत्तरी कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में गर्मी का सबसे बुरा असर पड़ सकता है. मौसम विभाग का यह अनुमान ऐसे समय में आया है जब देश में लोकसभा चुनाव में प्रवेश कर रहा है और 19 अप्रैल को पहले चरण के लिए वोट डाले जाएंगे.
केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा है कि देश में अगले ढाई महीने में भीषण गर्मी पड़ने की आशंका है. उन्होंने कहा कि भीषण गर्मी का सामना ऐसे समय में होने जा रहा है जब देश आम चुनाव की तैयारी में लगा हुआ है. करीब एक अरब लोगों के मतदान करने की उम्मीद है. यह हम सभी के लिए बहुत चुनौतीपूर्ण होने वाला है. भारत के लिए पहले से तैयारी करना बहुत जरूरी है.
वहीं, आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा है कि 2024 के आम चुनाव के दौरान बाहरी गतिविधियों में बढ़ोतरी से लोगों को लू संबंधी समस्याओं का भी सामना करना पड़ सकता है. चुनाव की वजह से मतदाताओं और चुनाव कर्मियों के लिए लू संबंधी समस्याओं का खतरा भी बढ़ गया है.उन्होंने कहा कि अप्रैल-जून की अवधि के दौरान देश के अधिकतर हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक रहने और मध्य और पश्चिमी भारत में इसका सबसे बुरा असर पड़ने का अनुमान है. उत्तरी ओडिशा, पश्चिमी हिमालय क्षेत्र और पूर्वोत्तर राज्यों के कुछ हिस्सों में अधिकतम तापमान के सामान्य या सामान्य से नीचे रहने की संभावना है.
आईएमडी के महानिदेशक ने कहा कि अप्रैल और मई के दौरान मैदानी इलाकों के ज्यादातर हिस्सों में सामान्य से अधिक गर्म हवा चलने की संभावना है. मौसम विभाग ने देश के विभिन्न हिस्सों में सामान्यतः 4 से 8 दिनों की तुलना में 10 से 20 दिन तक लू चलने का अनुमान व्यक्त किया है. अप्रैल में मध्य भारत के कई इलाकों उत्तरी मैदानी इलाकों तथा दक्षिण भारत के आसपास के क्षेत्रों में सामान्य से अधिक लू वाले दिनों का सामना करना पड़ सकता है.
झारखंड और बंगाल में गर्म रहेंगे अप्रैल के शुरुआती दिन
झारखंड और पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में अप्रैल के शुरुआती दिन गर्म रहने की संभावना है. झारखंड के कुछ क्षेत्रों में 4 अप्रैल से गर्मी के मौसम की पहली लू चलने की चेतावनी जारी की गई है. इस दौरान कुछ जिलों में अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक भी जा सकता है. वहीं, पश्चिम बंगाल के दक्षिणी जिलों में पांच अप्रैल तक लू चलने की संभावना है. भारत मौसम विज्ञान विभाग ने यह जानकारी दी.
मौसम विभाग ने कहा है कि तापमान में बढ़ोतरी का असर गेहूं की फसल पर नहीं पड़ने वाला है. मध्य प्रदेश को छोड़कर गेहूं उत्पादक राज्यों के लिए लू की कोई चेतावनी अभी तक सामने नहीं आई है. मध्य प्रदेश में इस समय तापमान 37-40 डिग्री सेल्सियस के आसपास है और अगले सप्ताह इसके 42 डिग्री तक पहुंचने की संभावना है. मौजूदा वक्त में राज्य में गेहूं की कटाई का काम 90 फीसदी तक पूरा हो चुका है इसलिए फसल पर कोई असर नहीं पड़ेगा.
असम में बारिश और बिजली गिरने से चार की मौत
असम में सोमवार को आंधी-तूफान के साथ बारिश और बिजली गिरने से संबंधित घटनाओं में चार लोगों की मौत हो गई जबकि 53,000 लोग प्रभावित हुए हैं. दक्षिण सलमारा-मनकाचर जिले में रविवार रात ब्रह्मपुत्र में एक नाव पलटने से एक चार साल के बच्चे की मौत हो गई और दो लोग लापता हो गए, जबकि कछार, पश्चिम कार्बी आंगलोंग और उदलगुरी में तूफान और आकाशीय बिजली से संबंधित दुर्घटनाओं में एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई. अचानक आए तूफान के साथ ओलावृष्टि और भारी बारिश हुई, जिससे पेड़ एवं बिजली के खंभे उखड़ गए गए और घरों को भी नुकसान हुआ.