नई दिल्ली (New Delhi)। भारत में इस महीने लोकसभा चुनाव 2024 (lok sabha election 2024) की शुरुआत होने जा रही है, लेकिन इस बीच एक बड़ी खबर सामने आई है. दरअसल, टेक कंपनी माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) ने चेतावनी दी है कि चीनी हैकर्स AI टूल्स का इस्तेमाल करते हुए लोकसभा चुनाव में वोटर्स को प्रभावित कर सकते हैं. इससे पहले भी सरकार को चेतावनी मिली थी कि चीन के हैकर्स एआई टूल्स के जरिए चुनाव को प्रभावित करना चाहते हैं.
माइक्रोसॉफ्ट ने अपनी ब्लॉग पोस्ट में लिखा कि दुनिया के अलग-अलग देशों में इस साल बड़े चुनाव होने वाले हैं, जिनमें भारत, साउथ कोरिया और अमेरिका जैसे कुछ बड़े देशों के नाम शामिल हैं. ऐसे में चीन अपने फायदे के लिए AI जेनरेटेड कंटेंट और टूल्स का इस्तेमाल कर वोटर्स को प्रभावित कर सकता है. चीन पहले भी इस तरह की कोशिशें कर चुका है.
माइक्रोसॉफ्ट के मुताबिक, हैकर्स के लिए एआई टू्ल्स हथियार जितने खतरनाक साबित हो रहे हैं, क्योंकि वो इनका इस्तेमाल अपनी इच्छा अनुसार कर रहे हैं. इन एआई टूल्स के जरिए ही डीपफेक और एडिटेड वीडियोज बनाना भी अब आसान बात है. हैकर्स फेक अकाउंट्स आसानी से ऑपरेट कर सकते हैं और फेमस नेताओं की आवाज तक को क्लोन किया जा सकता है, फिर इन्हें बड़े पैमाने पर सार्वजनिक रूप से शेयर किया जा सकता है, जिसके बाद ये वायरल होकर लाखों लोगों तक पहुंच सकता है.
ताइवान के चुनावों में किया गया ये काम
कंपनी ने अपनी पोस्ट में ये भी बताया कि जनवरी 2024 में ताइवान के राष्ट्रपति चुनावों को प्रभावित करने के लिए भी एआई सामग्री का उपयोग किया गया था. यह पहली ऐसी कोशिश थी, जिसमें किसी विदेशी चुनाव को AI-जनरेटेड कंटेट से प्रभावित करने की कोशिश की गई थी. चीन मीम्स, वीडियो और ऑडियो को बढ़ाने में इस तरह का प्रयोग लगातार करता रहा है.