हैदराबाद: पिछले माह से लापता हैदराबाद का 25 वर्षीय छात्र अमेरिकी शहर क्लीवलैंड में मृत पाया गया। हैदराबाद के पास नाचराम निवासी मोहम्मद अब्दुल अरफात ओहियो के क्लीवलैंड विश्वविद्यालय में सूचना प्रौद्योगिकी में मास्टर डिग्री की पढ़ाई कर रहा था। वह सात मार्च से परिवार के संपर्क में नहीं था। यहां उसके परिवार को फिरौती के लिए फोन आया था।
न्यूयॉर्क में भारत के महावाणिज्य दूतावास ने मंगलवार को ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, यह जानकर दुख हुआ कि मोहम्मद अब्दुल क्लीवलैंड,ओहियो में मृत पाए गए। मोहम्मद अरफ़ात के परिवार के प्रति हमारी गहरी संवेदनाएं। मोहम्मद अब्दुल अरफात की मौत की जांच सुनिश्चित करने के लिए वाणिज्य दूतावास स्थानीय एजेंसियों के संपर्क में है। दूतावास ने कहा, हम उनके पार्थिव शरीर को भारत लाने के लिए शोक संतप्त परिवार को हर संभव सहायता दे रहे हैं।
21 मार्च को, भारतीय वाणिज्य दूतावास ने पोस्ट किया कि वह लापता हुए अरफात के परिवार और अमेरिका में अधिकारियों के संपर्क में है और उसे जल्द से जल्द ढूंढने के लिए स्थानीय एजेंसियों के साथ काम कर रहा है। हैदराबाद के पास मल्काजगिरी जिले में रहने वाले अरफात के परिवार को एक अज्ञात शख्स का फोन आया था। उसने दावा किया था कि अरफात का ड्रग्स बेचने वाले एक गिरोह ने अपहरण कर लिया है और उसे रिहा करने के लिए 1,200 अमेरिकी डॉलर की मांग की।
अरफात के पिता मोहम्मद सलीम ने कहा कि उन्हें 17 मार्च को फोन आया था। फोन करने वाले ने फिरौती नहीं देने पर अरफात की किडनी बेचने की धमकी दी थी। अरफात मई 2023 में क्लीवलैंड यूनिवर्सिटी से आईटी में मास्टर्स करने के लिए अमेरिका गया था। उसके परिवार का कहना है कि उसने सात मार्च के बाद से उनसे बात नहीं की।
सलीम को फिरौती का फोन आने के बाद उन्होंनेे मामले की जानकारी अमेरिका में अपने रिश्तेदारों को दी। उन्होंने क्लीवलैंड पुलिस में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई। परिवार ने अरफात का पता लगाने में मदद के लिए 18 मार्च को शिकागो में भारतीय वाणिज्य दूतावास को पत्र लिखा था। सलीम ने अपने बेटे को ढूंढने में मदद के लिए विदेश मंत्री एस जयशंकर से भी गुहार लगाई थी। कहा जाता है कि अरफ़ात पांच मार्च को रिज़र्व स्क्वाॅयर स्थित अपने निवास से निकला और वापस नहीं लौटा।