वाशिंगटन : एलियन्स हम इंसानों को कैसे खोज सकते हैं इस पर दो वैज्ञानिकों ने के शोध ने रोचक सिद्धांत दिया है. इस सिद्धांत से पता चलता है कि बाह्यग्रहों पर रहने वाले एलियन्स दूसरे ग्रहों पर बसने के लिए उल्काओं पर सवारी कर सकते हैं. अब शोधकर्ताओं ने यह भी बताया है कि उन्हें कैसे पहचाना जाए. उन्होंने इस पर एक रोडमैप जारी किया है. पैंस्पर्मिया नाम का यह फ्रिंज सिद्धांत बताता है कि उल्काओं पर सवार होकर बाहरी जीवन एक ग्रह से दूसरे ग्रह तक फैल सकता है.
ऐसा माना जाता है कि हमारे सौर मंडल के बाहर के लगभग 5,000 ग्रह हैं जहां हमारे अलावा अन्य जीवनरूपों के अस्तित्व की सबसे अधिक संभावना वाले हैं. और यदि वे हैं, तो वे अन्य ग्रहों की यात्रा कर वहां कब्जा करने या बसने का प्रयास कर सकते हैं. समस्या यह है कि ऐसे जीवन के प्रारूपों की पहचान करने के लिए हमें यह जानना होगा कि वे क्या खोज रहे हैं. लाइव साइंस की रिपोर्ट के मुताबिक नए शोध से हमें एलियन जीवन का पता लगाने में मदद मिल सकती है, भले ही हम नहीं जानते कि वे क्या खोज रहे हैं.
यह देखते हुए कि अन्य ग्रहों पर जीवन पृथ्वी पर कार्बन आधारित जीवन से पूरी तरह से अलग हो सकता है, इन दो शोधकर्ताओं ने एक रोड मैप तैयार किया है जो यह नहीं देखता है कि एलियन जीवन कैसा दिखता है, बल्कि यह पृथ्वी पर चीजों को कैसे बदल देगा. शायद सबसे महत्वपूर्ण, बाहरी जीवन में पृथ्वी के प्राकृतिक संतुलन को बदलने की क्षमता हो सकती है, क्योंकि अंतरिक्ष यात्री अपने गृह ग्रह पर पाई जाने वाली वायुमंडलीय स्थितियों को फिर से बनाने का प्रयास करते हैं.
शोधकर्ता इसे सांख्यिकीय परीक्षण द्वारा माप सकते हैं जो एक ग्रह का अवलोकन करता है, जो समान विशेषताओं वाले ग्रहों के समूह से असंबंधित और अलग है. यदि यह व्यक्तिगत ग्रह के गुण क्लस्टर के समान विशेषताओं के जैसे हैं तो इसका मतलब यह है कि एलियन जीवन ने इसकी यात्रा की है और उपनिवेश बनाना शुरू कर दिया है, या कम से कम अंतरिक्ष में कुछ अजीब हो रहा है. यह संभावित नए जीवन रूपों की भी पहचान करेगा, इस बारे में कोई धारणा बनाए बिना कि वह विशेष जीवन रूप कैसे काम करता है या कार्य करता है.